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सायबर अपराधियों के जाल से बचें लड़कियां: मध्यप्रदेश सायबर पुलिस की छात्राओं और महिलाओं के लिए जरूरी एडवाइजरी

भोपाल, 17 जून 2025सोशल मीडिया, स्कूल, और कॉलेज के रास्ते जालसाजों का एक खतरनाक नेटवर्क मध्यप्रदेश की छात्राओं और महिलाओं को निशाना बना रहा है। प्रेम-जाल, नशे की लत, और अश्लील वीडियो के जरिए यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इन संगठित अपराधों से निपटने के लिए मध्यप्रदेश राज्य सायबर पुलिस मुख्यालय ने एक जरूरी एडवाइजरी जारी की है, जिसमें खास तौर पर स्कूल-कॉलेज की छात्राओं और अकेले रहने वाली महिलाओं को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। यह एडवाइजरी न केवल जागरूकता बढ़ाने का प्रयास है, बल्कि समाज को इन घिनौने अपराधों से बचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

जालसाजों का खतरनाक प्रेम-जाल

मध्यप्रदेश सायबर पुलिस के मुताबिक, जालसाज अकेले या संगठित गिरोह के रूप में काम करते हैं और स्कूल, कॉलेज, कोचिंग सेंटर, या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए युवतियों और महिलाओं से संपर्क साधते हैं। ये अपराधी महंगी गाड़ियों, कीमती गैजेट्स, और लग्जरी लाइफस्टाइल का दिखावा कर युवतियों को लुभाते हैं। कई बार इन गिरोहों में सहयोगी महिलाएं भी शामिल होती हैं, जो शुरुआत में मददगार और शालीन व्यवहार कर पीड़िताओं का भरोसा जीतती हैं।

एडवाइजरी में बताया गया है कि जालसाज पहले दोस्ती का नाटक करते हैं, फिर युवतियों को रेस्टोरेंट, पब, रेस्टोरेंट, होटल, या ढाबों पर ले जाते हैं। इन जगहों पर नशे की लत लगाकर या नशीले पदार्थों का इस्तेमाल कर उनका यौन शोषण किया जाता है। इन स्थानों पर छिपे कैमरों से अश्लील फोटो और वीडियो बनाए जाते हैं, जिनका इस्तेमाल बाद में ब्लैकमेलिंग के लिए होता है। कुछ मामलों में पीड़िताओं को अपने दोस्तों या परिचितों को भी इन जालसाजों के पास लाने के लिए मजबूर किया जाता है, जिससे यह अपराध का सिलसिला और बढ़ता है।

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गंभीर परिणाम: यौन शोषण से लेकर मानव तस्करी तक

सायबर पुलिस ने चेतावनी दी है कि इन अपराधों के परिणाम बेहद गंभीर हो सकते हैं। ब्लैकमेलिंग के जरिए पीड़िताओं को न केवल बार-बार यौन शोषण का शिकार बनाया जाता है, बल्कि कुछ मामलों में उन पर जबरन शादी, धर्मांतरण, या मानव तस्करी और देह व्यापार जैसे घिनौने कार्यों में शामिल होने का दबाव डाला जाता है। भोपाल के एक निजी कॉलेज में हाल ही में सामने आए मामले, हिंदू युवतियों को प्रेम-जाल में फंसाकर ब्लैकमेल किया गया, ने इस खतरे की गंभीरता को उजागर किया है। इस मामले में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की है, जिसके बाद यह एडवाइजरी जारी की गई।

जबलपुर के मानकुंवर बाई महिला कॉलेज में भी 70 छात्राओं को सायबर अपराधियों ने निशाना बनाया था, जहां अनजान नंबरों से कॉल और वीडियो वायरल करने की धमकियों के जरिए पैसे ऐंठे गए। इन घटनाओं ने समाज में हड़कंप मचा दिया है, और स्थानीय समुदाय ने कॉलेज प्रशासन और पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है।

सायबर पुलिस की सलाह: इन सावधानियों को अपनाएं

मध्यप्रदेश सायबर पुलिस ने युवतियों और महिलाओं को इस खतरनाक जाल से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतने की सलाह दी है:

  • अंतरंग सामग्री से बचें: अपने मोबाइल में कभी भी आपत्तिजनक या अंतरंग फोटो-वीडियो न बनाएं, न ही सेव करें, और न ही किसी को ऐसा करने दें। यह ब्लैकमेलिंग का सबसे बड़ा हथियार है।
  • अनजान लोगों से सावधान: सोशल मीडिया, स्कूल, या कॉलेज में किसी अनजान व्यक्ति से दोस्ती करने से पहले उनकी पूरी जानकारी सत्यापित करें।
  • लग्जरी के लालच से बचें: किसी की महंगी जीवनशैली या दिखावे के लालच में न आएं। यह सिर्फ एक जाल हो सकता है। हर तरह के नशे से दूर रहें।
  • अकेले न मिलें: ऑनलाइन दोस्तों से अकेले मिलने से बचें। हमेशा सार्वजनिक और सुरक्षित जगहों पर मुलाकात करें।
  • तुरंत शिकायत करें: अगर कोई ब्लैकमेलिंग या धमकी देता है, तो डरें नहीं। तुरंत नजदीकी पुलिस थाने या सायबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करें। समय पर कार्रवाई बड़े अपराधों को रोक सकती है।

समाज और परिवार की भूमिका

सायबर पुलिस ने परिवारों और समुदाय से भी अपील की है कि वे अपनी बेटियों और बहनों को इन खतरों के बारे में जागरूक करें। हाल के मामलों ने दिखाया है कि कई बार पीड़िताएं डर और शर्मिंदगी के कारण चुप रहती हैं, जिससे अपराधी और साहसी हो जाते हैं। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि शिकायत करने में देरी न करें, क्योंकि समय पर दी गई जानकारी अपराधियों को पकड़ने और अन्य युवतियों को बचाने में मदद कर सकती है।

निष्कर्ष: जागरूकता ही बचाव

मध्यप्रदेश में बढ़ते सायबर अपराधों ने समाज के सामने एक नई चुनौती पेश की है। सोशल मीडिया और डिजिटल दुनिया के इस दौर में जालसाजों के हथकंडे और सायबर अपराधों की रफ्तार बढ़ रही है। मध्यप्रदेश सायबर पुलिस की यह एडवाइजरी न केवल छात्राओं और महिलाओं को सशक्त बनाने का प्रयास है, बल्कि पूरे समाज को जागरूक करने का संदेश देती है। आइए, हम सब मिलकर अपनी बेटियों और बहनों को सुरक्षित रखें और इस खतरनाक जाल से बचाने के लिए जागरूकता फैलाएं। बज़मीडिया न्यूज़ आपके साथ हर खबर, हर अपडेट लाता रहेगा।

लेखक: बाज़ मीडिया न्यूज़ डेस्क

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