
जहां पहले कचरे गंदगी का ढेर था, आज वहां पूरी तरह सफाई है और चूना डला हुआ है. जहां रात में कभी भी आग लगने और साथ लगी बस्ती के खाक होने का डर लगा रहता था, वो लोग आज सुकून से सो रहे हैं.

हम बात कर रहे हैं गाजी नगर की जहां नगर निगम कचरा डम्पिंग स्टेशन था. जिसने यहां के रहवासियों का जीवन अजाब कर रखा था. यहां के रहवासी दिन में बदबू और कचरे के ढेर में जीने को मजबूर थे. यहां रात में कभी भी आग लग जाने का खतरा बना रहता था.

लेकिन उन्हें इस अजाब और खौफ से राहत मिल गई है. गाजी नगर मैदान में बना कचरा डम्पिंग स्टेशन सोमवार से नगर निगम ने हटा दिया.
राज्यसभा सांसद प्रतिनिध एवं मोतीलाल नेहरू वार्ड के पूर्व पार्षद सैय्यद ताहिर अली के प्रयासों से नगर निगम ने गाजी नगर मैदान के पास बना कचरा डम्पिंग स्टेशन हटा दिया है. यह जानकारी सोमवार सुबह निगम जोन क्रमांक 14 के सीएसआई अतुल रैकवार ने गाजी नगर पहुंचकर दी. वहीं श्री ताहिर ने यहां कहा, हम नगर निगम को हमारी मांग सुनने के लिये धन्यवाद देते हैं, वहीं चेतावनी भी देते हैं यदि भविष्य में कभी यहां दोबारा कचरा डम्प करने का प्रयास हुआ, तो हम यहीं फिर से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे.
गौरतलब है की 12 अप्रैल को गाजी नगर मैदान में बने कचरा डम्पिंग स्टेशन में आग लग गई थी. आग जिस जगह लगी उससे कुछ दूरी पर झुग्गी बस्ती में 300 परिवार सो रह रहे थे. वहीं ठीक सामने गाजी बाग में शादी का कार्यक्रम चल रहा था, जहां करीब 700 लोग थे. किसी तरह आग पर कंट्रोल पाया गया खौफनाक हादसा टला.

घटना के बाद से ही यहां के पूर्व पार्षद सैय्यद ताहिर अली सक्रिय हुये. उन्होंने पूरी घटना और उसकी वजह से अधिकारियों को अवगत कराया. साथ ही उन्होंने ज्ञापन के साथ 5 दिन के अंदर यहां से डम्पिंग स्टेशन हटाने की मांग की. श्री ताहिर ने चेतावनी दी थी की यदि 5 दिन में यदि कचरा स्टेशन गाजी नगर से नहीं हटा तो वो कचरे के ढेर पर अनिश्चितकालीन अनशन करेंगे. जिसके बाद निगम अधिकारियों ने गाजी नगर से कचरा डम्पिंग स्टेशन हटाने का निर्णय लिया.