सब्ज़ पेड़ – साफ़ हवा: जबलपुर में SBF का शजरकारी प्रोग्राम, बच्चों को मिली क़ुदरत की क़द्र करने की तालीम

जबलपुर, 22 जुलाई 2025 — आज जबलपुर के मढ़ाताल इलाक़े में वाक़े अंजुमन इस्लामिया स्कूल में सोसाइटी फॉर ब्राइट फ्यूचर (SBF) के ज़ेरे इन्तज़ाम एक शानदार पौधारोपण (शजरकारी) प्रोग्राम मुनक्किद (आयोजित) किया गया। इस मौके पर बच्चों और स्टाफ़ की मौजूदगी में 20 पेड़ लगाए गए, जिसमें नीम, गुलमोहर, अमरूद, अशोक और पीपल जैसे फायदेमंद दरख़्त शामिल थे।
इस प्रोग्राम का मक़सद सिर्फ पेड़ लगाना नहीं था, बल्कि बच्चों को इस्लामी, इंसानी और समाजी जिम्मेदारी से वाक़िफ़ कराना भी था। बच्चों को बताया गया कि पेड़ सिर्फ ऑक्सीजन ही नहीं देते, बल्कि ये साया (छांव), फल, ताज़गी और लगाने वालों को लिए सवाब का जरिया भी बनते हैं।

सुबह 11 बजे प्रोग्राम की शुरुआत हुई। उसके बाद SBF के ज़िम्मेदारों ने प्रोग्राम का तआरुफ़ कराया और पौधारोपण की अहमियत पर ख़िताब किया।
SBF जबलपुर सेंट्रल एरिया के कन्वीनर जनाब फ़ैज़ अहमद ने कहा:
“हमारी कोशिश है कि मुस्लिम तालीमी इदारों में बच्चों को सिर्फ किताबों तक सीमित न रखा जाए, बल्कि उन्हें ज़िन्दगी के असल सबक भी सिखाए जाएं। क़ुदरत की क़द्र करना, पेड़ लगाना और समाज की खिदमत करना — ये सब हमारी दीनी और समाजी तालीम का हिस्सा है।“
शामिल होने वाली खास शख्सियतें:
इस मुबारक मौके पर शहर की कई जानी-मानी शख्सियतें भी शरीक हुईं:
- श्री राम सोनकर साहब — एमआईसी सदस्य, नगर निगम जबलपुर “पेड़ लगाना सिर्फ ज़मीन को नहीं सजाता, इंसान की सोच को भी संवारता है। हर बच्चा अगर एक पेड़ लगाए और उसे पाल-पोस कर बड़ा करे, तो शहर को नई ज़िंदगी मिलेगी।“
- श्री सुनील गर्ग साहब — कार्यकारिणी सदस्य, ज़िला रेड क्रॉस सोसाइटी “पेड़ इंसानी सेहत, जानवरों और पूरी क़ायनात के लिए नेमत हैं। रेड क्रॉस जैसी संस्थाएं भी आज ऐसे कामों को बहुत अहम मानती हैं।“

वालंटियर्स की मेहनत और रोल
इस पूरे प्रोग्राम को कामयाबी तक पहुँचाने में जिन वालंटियर्स ने दिन-रात मेहनत की, उनमें ये नाम खास हैं:
अबरार अहमद, हस्सान अहमद, दिनेश चौधरी, तौसीफ़ अहमद, रानू मंसूरी, शैज़ान अंसारी ।
इन्होंने न सिर्फ़ प्लानिंग की, बल्कि मैदान में खुद हाथों से पौधे लगाए और बच्चों को बताया कि पेड़ लगाने के बाद उसकी देखभाल कैसे करनी चाहिए।
बच्चों में जोश और समझदारी

इस प्रोग्राम में स्कूल के बच्चों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। कई बच्चों ने अपने हाथों से पौधे लगाए और उनकी हिफाज़त करने का वादा भी किया। बच्चों को पौधारोपण सर्टिफिकेट भी दिया गया, जिससे उनका हौसला और बढ़ा।
जनाब फ़ैज़ अहमद ने बताया कि SBF आगे भी ऐसे प्रोग्राम स्कूलों, मदरसों और मस्जिदों में चलाएगी।
SBF जबलपुर का यह प्रोग्राम एक नायाब मिसाल है कि दीनी तालीम और समाजी जिम्मेदारी कैसे साथ-साथ चल सकती है।
हर पेड़ जो आज लगाया गया, वह आने वाले सालों में इंसानियत के लिए साया, फल और हवा देगा।
