
जबलपुर। मध्यप्रदेश शासन एवं पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार 15 जुलाई से 30 जुलाई 2025 तक चलाया गया ‘‘नशे से दूरी, है जरूरी’’ पंद्रह दिवसीय नशा मुक्ति जनजागरण अभियान जबलपुर में सोमवार को मानस भवन में भव्य समापन कार्यक्रम के साथ संपन्न हुआ। इस मौके पर पुलिस उप महानिरीक्षक जबलपुर रेंज श्री अतुल सिंह (भा.पु.से.) मुख्य अतिथि रहे, जबकि पुलिस अधीक्षक श्री सम्पत उपाध्याय (भा.पु.से.) की गरिमामयी उपस्थिति में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
📢 15 दिन चला नशा विरोधी जागरूकता अभियान
पुलिस अधीक्षक श्री सम्पत उपाध्याय के निर्देशन में जबलपुर जिले में चलाए गए इस अभियान के तहत पुलिस ने शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों तक, स्कूल-कॉलेजों से लेकर बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और हाट-बाजार तक सैकड़ों जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए। नुक्कड़ नाटक, शार्ट फिल्में, जनसंवाद, पोस्टर, फ्लैक्स और रैलियों के माध्यम से नशे के दुष्परिणामों को उजागर किया गया।
🏫 शैक्षणिक संस्थानों में व्यापक भागीदारी
शहर के प्रमुख स्कूलों, कॉलेजों, कोचिंग संस्थानों और हॉस्टलों में निबंध लेखन, रंगोली, ड्राइंग और पेंटिंग प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और नशा मुक्ति का संदेश दिया। विजयी प्रतिभागियों को शील्ड और नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
📱 रील प्रतियोगिता और सोशल मीडिया का उपयोग
नवाचार के रूप में नशा मुक्ति संदेश के प्रचार-प्रसार हेतु रील प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया।
- प्रथम पुरस्कार अंशुल मिश्रा को ₹11,000
- द्वितीय पुरस्कार शानू शर्मा को ₹7,000
- तृतीय पुरस्कार नमन मिश्रा को ₹5,000
इन पुरस्कारों को गैलेक्सी अस्पताल और मार्बल सिटी अस्पताल के सौजन्य से प्रदान किया गया।
🎭 नाट्य प्रस्तुतियाँ बनीं आकर्षण का केंद्र
कार्यक्रम में नाट्यलोक संस्था की महिला कलाकारों ने संगीतमय प्रस्तुति के माध्यम से नशा मुक्ति का भावपूर्ण संदेश दिया। वहीं, रंग विलक्षण लोक नाट्य समिति द्वारा ‘‘नशा नाश का कारण’’ शीर्षक से नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसे दर्शकों ने भरपूर सराहा।
🚴 रैलियों से गूंजा संदेश: ‘हमारा है यही संदेश, नशा मुक्त हो मध्यप्रदेश’
अभियान के दौरान शहर में साइकिल, बाइक और ऑटो रैलियों का आयोजन किया गया, जिसमें युवा, पुलिसकर्मी और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए। पूरे शहर में जागरूकता रथ भी घुमाया गया, जिसमें नशा मुक्ति के संदेशों वाले पोस्टर और फ्लैक्स लगे थे।
🤝 समापन अवसर पर अधिकारियों ने क्या कहा
पुलिस उप महानिरीक्षक श्री अतुल सिंह ने जबलपुर पुलिस की सराहना करते हुए कहा:
“नशा केवल व्यक्ति ही नहीं, पूरे परिवार और समाज को नुकसान पहुंचाता है। यह अभियान हमारे युवाओं को सही राह दिखाने की एक सकारात्मक पहल है। स्कूल-कॉलेज के छात्र भविष्य के नागरिक हैं, उनमें चेतना जगाना आवश्यक है।”
पुलिस अधीक्षक श्री सम्पत उपाध्याय ने कहा:
“इस अभियान का उद्देश्य सिर्फ 15 दिनों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जन-चेतना का बीज है जो हर नागरिक में लंबे समय तक प्रभाव डालेगा। हमारी जिम्मेदारी है कि हम यह संदेश घर-घर तक पहुँचाएं।”
📜 शपथ और नागरिक भागीदारी
कार्यक्रम के अंत में DIG श्री अतुल सिंह ने सभी मौजूद अधिकारियों, शिक्षकों, विद्यार्थियों और नागरिकों को नशा से दूर रहने की शपथ दिलाई। उपस्थित लोगों ने संकल्प लिया कि वे स्वयं नशा से दूर रहेंगे और दूसरों को भी इसके दुष्परिणामों से अवगत कराते रहेंगे।
👏 प्रशंसनीय योगदान
अभियान की सफलता में नोडल अधिकारी उप पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्रीमति आकांक्षा उपाध्याय, समस्त थाना प्रभारी, रक्षित निरीक्षक श्री जय प्रकाश आर्य, कंट्रोल रूम प्रभारी श्री सतीष झारिया सहित पुलिस बल की समर्पित टीम का योगदान सराहनीय रहा।
✨ नशा मुक्ति की ओर एक निर्णायक कदम
“नशे से दूरी, है जरूरी” अभियान ने जबलपुर में एक नई चेतना और संवाद की नींव रखी है। आने वाले समय में यह अभियान जबलपुर को एक नशा मुक्त शहर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है।