
जबलपुर। हमारे समाज में बेटियों की तालीम सिर्फ ज़रूरी ही नहीं, बल्कि हमारे उज्ज्वल मुस्तकबिल की बुनियाद है। जबलपुर का ई.डब्ल्यू.एस. कन्या हाई सेकेंडरी स्कूल इसी मिशन के साथ बरसों से काम कर रहा है। यह स्कूल न सिर्फ तालीम देता है, बल्कि हमारी बेटियों में अदब, तहज़ीब और हिम्मत पैदा करता है।

इस साल आज़ादी के जश्न पर स्कूल में एक पुरअसर और पुरजोश प्रोग्राम हुआ। मुख्य मेहमान अजय तिवारी साहब (कमिश्नर, स्काउट व गाइड) और नगर की जनप्रतिनिधि पार्षद मुकीमा याकूब अंसारी साहिबा थीं।
इस मौके पर मकबूल अहमद अंसारी (सचिव), हारून मंसूरी, अशरफ अहमद, फकीर मोहम्मद अंसारी, रिजवान अंसारी, मो. साबिर, अनवारुलहक, समीर अंसारी, महमूद अहमद अंसारी, अहमद जलील अंसारी, गुलाम अम्बिया समेत कई समाजी शख्सियतें मौजूद रहीं।

तालीमी साल में बेहतरीन कामयाबी हासिल करने वाली बेटियों को “रिशान चैरिटी अवार्ड फॉर फ्यूचर एन्करेजमेंट” से नवाज़ा गया। यह इनाम पूर्व टीचर नसीम अफरोज साहिबा ने दिया।

तकरीब का आग़ाज़ क़ुरआन की तिलावत से हुआ, फिर राष्ट्रगान, मिल्ली नग़मे और बेटियों की पुरजज़्बा पेशकारियों ने महफ़िल को रोशन कर दिया।
मुख्य मेहमानों के बयान
अजय तिवारी साहब (कमिश्नर, स्काउट व गाइड) ने कहा —
“किसी भी कौम की तरक्की उसकी बेटियों की तालीम से होती है। ई.डब्ल्यू.एस. कन्या स्कूल जिस तरह मुस्लिम समाज की बेटियों को बेहतरीन तालीम और तरबियत दे रहा है, वह काबिल-ए-तारीफ़ है। मुझे पूरा यकीन है कि यहां से पढ़ने वाली बेटियां कल देश और समाज दोनों का नाम रोशन करेंगी।”

मुकीमा याकूब अंसारी साहिबा (पार्षद) ने कहा —
“आज के दौर में बेटियों की तालीम सिर्फ घर की ज़िम्मेदारी नहीं, बल्कि पूरे समाज की ज़िम्मेदारी है। ई.डब्ल्यू.एस. कन्या स्कूल ने यह साबित किया है कि सही नीयत और मेहनत से हमारी बेटियां हर शोबे में कामयाबी हासिल कर सकती हैं। मैं हर मां-बाप से अपील करती हूँ कि अपनी बेटियों को यहां जैसे स्कूलों में ज़रूर दाख़िला दिलाएं।”

मकबूल अहमद अंसारी (सचिव, ई.डब्ल्यू.एस. कन्या स्कूल) ने कहा —
“हमारा मक़सद सिर्फ किताबें पढ़ाना नहीं, बल्कि बेटियों में ऐसा किरदार और सोच पैदा करना है जो उन्हें जिंदगी के हर इम्तिहान में कामयाब बनाए। यह स्कूल समाज की दुआओं और सहयोग से चल रहा है, और हम चाहते हैं कि हर मुसलमान इस मिशन में अपना हिस्सा डाले।”
