
गुवाहाटी, 18 सितंबर 2025 (BAZ News Network)।
Assam BJP AI Vedio : असम में 2026 विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सोशल मीडिया हैंडल पर साझा किए गए एक वीडियो ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। इस वीडियो पर आरोप है कि यह मुस्लिम समुदाय को लेकर नकारात्मक संदेश देता है और मतदाताओं को डराने की कोशिश करता है।
वीडियो में क्या है
“बीजेपी के बिना असम” शीर्षक वाले इस वीडियो में अलग-अलग सार्वजनिक जगहों—जैसे चाय बागान, गुवाहाटी एयरपोर्ट और ऐतिहासिक रंग घर—पर टोपी पहने पुरुषों और बुर्का पहने महिलाओं को दिखाया गया है।
वीडियो में कुछ दावे किए गए हैं, जैसे:
- अगर बीजेपी सत्ता में नहीं रही तो असम की मुस्लिम आबादी “90 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी।”
- “गैरकानूनी बसने वाले” सरकारी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं।
- असम कांग्रेस अध्यक्ष गौरव गोगोई और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को “पाकिस्तान से जुड़ा” बताया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक इसमें कई दृश्य एआई (Artificial Intelligence) तकनीक से तैयार किए गए हैं और अंत में संदेश आता है: “सोच-समझ कर वोट दें।”
प्रतिक्रियाएं
वीडियो के सामने आते ही राजनीतिक दलों, पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने तीखी आलोचना की।
- वरिष्ठ पत्रकार अंतर दीपक भट्टाचार्य ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि यह वीडियो “नफरत की राजनीति को सामान्य बनाने” की कोशिश है।
- पत्रकार संकट उपाध्याय ने सवाल किया कि यदि अवैध प्रवास वास्तव में चिंता का विषय है, तो सीमा सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है, फिर राज्य बीजेपी इस मुद्दे पर केंद्र से जवाब क्यों नहीं मांग रही।
कई विपक्षी नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने निर्वाचन आयोग को टैग कर कार्रवाई की मांग की है।
यह विवाद ऐसे समय में उठा है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 सितंबर को असम के एक संवेदनशील सीमा क्षेत्र का दौरा किया था और “अवैध अतिक्रमण” व “जनसंख्या संतुलन बदलने” जैसे मुद्दे उठाए थे। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह वीडियो चुनावी माहौल को और गर्म कर सकता है।
निर्वाचन आयोग की स्थिति
खबर लिखे जाने तक निर्वाचन आयोग की ओर से आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन अधिकारियों ने बताया कि शिकायतें मिली हैं और मामले की जांच की जा रही है।