
बरेली: आई लव मोहम्मद (सल्ल) पोस्टर से जुड़े मामले में बरेली में हुए विरोध प्रदर्शन और उसके बाद हुई हलचल के बीच इत्तिहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा को पुलिस ने गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस ने उन पर 10 मुकदमे दर्ज किए हैं, जिनमें से 7 में उनका नाम सीधे शामिल है।
शुक्रवार की नमाज के बाद बड़ी संख्या में लोग जमा हुए थे। समुदाय का कहना है कि यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण था और इसका उद्देश्य कानपुर में ‘आई लव मुहम्मद (PBUH)’ पोस्टर मामले में हुई पुलिस कार्रवाई पर अपनी नाराज़गी जाहिर करना था। लेकिन अचानक हालात बिगड़ गए और पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मौलाना सहित कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
बरेली के एसएसपी अनुराग आर्य का कहना है कि यह घटना पहले से योजनाबद्ध थी, जबकि मौलाना तौकीर रज़ा के समर्थकों का कहना है कि यह आरोप बेबुनियाद हैं और लोगों की आवाज़ को दबाने की कोशिश की जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने बयान में कहा कि सरकार किसी भी तरह की अव्यवस्था बर्दाश्त नहीं करेगी और “कड़ा सबक सिखाया जाएगा।” इस बयान की भाषा को लेकर मुस्लिम समाज में नाराज़गी भी देखने को मिल रही है।
Source (Jagran) : बरेली हिंसा के बाद मौलाना तौकीर रजा गिरफ्तार
गौरतलब है कि मौलाना तौकीर रज़ा लंबे समय से मुस्लिम समुदाय के हक़ और धार्मिक मुद्दों पर आवाज़ उठाते रहे हैं। उनके समर्थक इसे राजनीतिक दबाव का नतीजा मान रहे हैं और उम्मीद जता रहे हैं कि अदालत से उन्हें न्याय मिलेगा।