मक्का से मदीना जाते हुए बस में लगी आग… उमराह से लौटते वक्त ’45 भारतीय मुसलमानों’ की दर्दनाक मौत

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इंटरनेशनल डेस्क, बाज मीडिया, भोपाल। सऊदी अरब के मदीना के पास एक बहुत ही दर्दनाक हादसा हुआ। उमराह करके मक्का से मदीना लौट रही एक बस डीज़ल से भरे टैंकर ट्रक से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस में तुरंत आग लग गई और कई लोग बाहर निकल ही नहीं पाए। कुल 45 यात्रियों की मौत हो गई, जिनमें अधिकतर भारतीय मुसलमान थे। शुरुआती जानकारी में बताया जा रहा है कि मरने वालों में अधिकांश लोग हैदराबाद के रहने वाले थे।
हैदराबाद के कम से कम 16 लोगों की मौत की पुष्टि
तेलंगाना के आईटी मंत्री डी. श्रीधर बाबू ने कहा कि सरकारी रिपोर्टों के अनुसार, मरने वालों में 16 मुसलमान भाई हैदराबाद के मल्लेपल्ली और बाज़ारघाट इलाकों से थे।
हालाँकि, उन्होंने साफ बताया कि अंतिम पहचान का काम अभी भी चल रहा है, क्योंकि कई यात्रियों के शरीर आग से बुरी तरह जल गए थे।
हैदराबाद पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार ने कहा कि बस में सवार 46 लोगों में से
45 की मौत हो गई, और सिर्फ़ एक यात्री जिंदा बचा है, जिसकी हालत गंभीर है।
हादसा कब और कैसे हुआ?
- हादसा रात 1:30 बजे (भारतीय समय) के करीब हुआ।
- जगह: मदीना से लगभग 25 किलोमीटर दूर, मुफ़रीहाट इलाके के पास।
- बस मक्का से नमाज़ और उमराह अदा करके मदीना जा रही थी।
- सामने से आ रहे डीज़ल टैंकर से बस की जोरदार टक्कर हुई।
- टक्कर के बाद दोनों में आग लग गई, आग इतनी तेज फैल गई कि बस के यात्रियों को बचने का मौका ही नहीं मिला।
प्रधानमंत्री ने शोक जताया
बचने वाले एकमात्र यात्री मोहम्मद अब्दुल सुयब नाम के हैं। उन्हें गंभीर जलन और चोटों के साथ सऊदी जर्मन हॉस्पिटल में ICU में भर्ती किया गया है।
यात्रियों की यात्रा का पूरा विवरण
हैदराबाद पुलिस अधिकारियों ने बताया:
- यह पूरा ग्रुप उमराह के लिए 9 नवंबर को हैदराबाद से निकला था।
- कुल 54 लोग इस ग्रुप में थे।
- सभी ने हैदराबाद से जेद्दा के लिए फ्लाइट ली।
जेद्दा पहुँचने के बाद:
- 4 लोग कार से मदीना चले गए।
- 4 लोग मक्का में ही रुक गए।
- बाकी 46 लोग बस में थे — यही बस हादसे में जल गई।
यह ग्रुप हैदराबाद के नामपल्ली इलाके की ‘अल मीना और अल मक्का ट्रैवल्स’ के जरिए यात्रा कर रहा था।
एक रिश्तेदार ने बताया कि यह लोग काफी खुश थे, उमराह पूरा करके मदीना की ज़ियारत के लिए लौट रहे थे, तभी यह मुसीबत आ गई।
तेलंगाना सरकार की कार्रवाई: तुरंत कंट्रोल रूम शुरू
तेलंगाना सरकार ने हादसे की खबर मिलते ही तुरंत कदम उठाए:
- रियाद में भारतीय एम्बेसी के संपर्क में आई।
- विदेश मंत्रालय और सऊदी अधिकारियों के साथ तुरंत समन्वय शुरू किया।
- हैदराबाद में राज्य सचिवालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया ताकि परिवारों को सही जानकारी दी जा सके।
- चीफ सेक्रेटरी के. रामकृष्ण राव को निर्देश दिया गया कि वह दिल्ली स्थित तेलंगाना भवन के अधिकारियों और जेद्दा–रियाद में काम कर रहे भारतीय अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में रहें।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा कि यह एक “बहुत भयानक हादसा” है और राज्य सरकार मरने वालों के परिवारों को पूरी मदद देगी।
केंद्र सरकार और भारतीय दूतावास की भूमिका

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हादसे पर गहरा दुख जताया और कहा:
- भारतीय दूतावास (रियाद) और जेद्दा का भारतीय कॉन्सुलेट लगातार काम कर रहे हैं।
- घायल और मृतकों के परिवारों को हर तरह की सहायता दी जाएगी।
- वे मृतकों के परिवारों को “गहरी संवेदना” और घायल यात्री के लिए “जल्द शिफ़ा” की दुआ करते हैं।
भारतीय कॉन्सुलेट, जेद्दा ने एक 24 घंटे हेल्पलाइन जारी की है:
टोल-फ्री नंबर: 8002440003
कोई भी परिवार इस नंबर पर कॉल करके अपने रिश्तेदारों के बारे में जानकारी ले सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी X पर पोस्ट करके कहा कि भारतीय टीमें सऊदी अधिकारियों के साथ मिलकर पूरी कोशिश कर रही हैं।
हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की माँग
AIMIM प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस हादसे को लेकर केंद्र सरकार से तुरंत और सीधी कार्रवाई की माँग की है।
उन्होंने कहा कि:
- मरने वालों की पहचान जल्द की जाए,
- शवों को भारत लाने की प्रक्रिया तेज़ की जाए,
- और घायल यात्री के इलाज का पूरा इंतज़ाम सरकार करे।
देशभर में सदमा, परिवारों में गहरा दुख
उमराह जैसे मुक़द्दस सफ़र पर गए इतने सारे भारतीय मुसलमानों की अचानक मौत से देशभर के मुसलमानों में गहरा दुख और सदमा है।
हैदराबाद, तेलंगाना और कई अन्य शहरों में परिवार अपने रिश्तेदारों की आधिकारिक पहचान और आगे की प्रक्रिया का इंतज़ार कर रहे हैं।



