
जबलपुर। शहपुरा–भिटौनी नेशनल हाईवे-45 पर सोमवार को एक बड़ा सड़क हादसा होते-होते टल गया। शहपुरा थाना क्षेत्र अंतर्गत सुरई गांव के पास एक तेज रफ्तार ट्राले ने सड़क किनारे खड़े दो ट्रकों को जोरदार टक्कर मार दी, जिसके बाद ट्राला अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे उतरते हुए खेत में जा घुसा। हादसे में ट्राला चालक गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
सूरत से प्रयागराज जा रहा था सोलर पैनल लदा ट्राला
प्राप्त जानकारी के अनुसार ट्राला चालक सोनू चौधरी पिता अजित सिंह, निवासी मथुरा (उत्तर प्रदेश), सूरत से प्रयागराज की ओर सोलर पैनल लेकर ट्रक क्रमांक यूपी 81 डीटी 4397 से जा रहा था। जैसे ही वह सुरई गांव के पास पहुंचा, उसी दौरान सड़क किनारे पहले से दो ट्रक खड़े थे।
बताया जा रहा है कि ये ट्रक आरटीओ की चेकिंग के चलते हाईवे किनारे रोके गए थे। इसी बीच राजमार्ग की ओर से आ रहे ट्रक क्रमांक एचआर 63 ई 0628 को आरटीओ कर्मियों ने रोकने का इशारा किया।
ब्रेक लगाते ही फटा टायर, बिगड़ा संतुलन
चालक सोनू चौधरी ने बताया कि जैसे ही आरटीओ कर्मी ने ट्रक रोकने का संकेत दिया, उसने तेज गति में ब्रेक लगाए। इसी दौरान ट्राले का एक टायर अचानक फट गया, जिससे वाहन का संतुलन बिगड़ गया। अनियंत्रित ट्राले ने पहले सड़क किनारे खड़े ट्रकों को टक्कर मारी और फिर हाईवे से नीचे उतरते हुए खेत में जा घुसा।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि आसपास मौजूद लोग घबरा गए और मौके पर चीख-पुकार मच गई। गनीमत रही कि हादसे के वक्त सड़क पर ज्यादा आवाजाही नहीं थी, जिससे किसी बड़े जानमाल के नुकसान से बचाव हो गया।
चालक घायल, अस्पताल में भर्ती
हादसे में ट्राला चालक सोनू चौधरी घायल हो गया। मौके पर मौजूद लोगों और पुलिस की मदद से उसे तत्काल शहपुरा अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज जारी है। चिकित्सकों के अनुसार चालक को गंभीर चोटें आई हैं, हालांकि उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
आरटीओ कर्मी की पिटाई, ग्रामीणों ने लगाए गंभीर आरोप
हादसे के बाद स्थिति उस समय और बिगड़ गई, जब मौके पर मौजूद कुछ ग्रामीणों ने आरटीओ कर्मी की पिटाई कर दी। ग्रामीणों का आरोप है कि संबंधित आरटीओ कर्मी पिछले दो वर्षों से अवैध रूप से हाईवे पर चेकिंग के नाम पर ट्रक चालकों को रोककर उनसे एक हजार रुपए तक की अवैध वसूली कर रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि आए दिन इस तरह की चेकिंग से हाईवे पर जाम और हादसों की स्थिति बनती है, लेकिन शिकायतों के बावजूद कार्रवाई नहीं की जाती। हादसे के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने आरटीओ कर्मी को जिम्मेदार ठहराते हुए हाथापाई कर दी।
पुलिस ने संभाला मोर्चा, जांच शुरू
घटना की सूचना मिलते ही शहपुरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को काबू में लिया। पुलिस ने घायल चालक को अस्पताल पहुंचाने के साथ ही सड़क पर यातायात बहाल कराया। वहीं आरटीओ चेकिंग और ग्रामीणों द्वारा लगाए गए अवैध वसूली के आरोपों की भी जांच शुरू कर दी गई है।
फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। हादसे में क्षतिग्रस्त वाहनों को हटवाया जा रहा है और संबंधित विभागों से रिपोर्ट तलब की गई है। घटना ने एक बार फिर हाईवे पर की जा रही चेकिंग और सुरक्षा व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।



