नवादा में दलित बस्ती में ’80 घरों को आग के हवाले’ करने की घटना
बिहार के नवादा जिले में दलित बस्ती के करीब 80 घरों को आग के हवाले करने की घटना ने राजनीति गरमा दी है। इस घटना पर विपक्षी दलों ने एनडीए और राज्य की नीतीश सरकार की कड़ी आलोचना की है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी और बीएसपी प्रमुख मायावती सहित कई नेताओं ने इस घटना पर अपनी नाराजगी जताई है।
प्रियंका गांधी ने की सख्त कार्रवाई की मांग
प्रियंका गांधी ने इस घटना को बेहद भयावह बताते हुए नीतीश सरकार से तुरंत कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि इस घटना के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए और पीड़ितों का उचित पुनर्वास किया जाना चाहिए।
मल्लिकार्जुन खड़गे का एनडीए पर हमला
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस घटना को ‘जंगलराज’ का उदाहरण बताया। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “नवादा में दलित बस्ती पर दबंगों का हमला एनडीए की सरकार की नाकामी को दिखाता है। लगभग 100 घरों को आग लगा दी गई और कई लोगों की हत्या कर दी गई।”
मायावती ने भी जताई नाराजगी
बसपा प्रमुख मायावती ने भी इस घटना पर नाराजगी जताते हुए लिखा, “यह घटना बेहद दुखद और गंभीर है। सरकार को दोषियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और पीड़ितों को पूरी आर्थिक मदद देनी चाहिए।”
राजद ने भी सरकार को लिया आड़े हाथ
राजद के प्रवक्ता मूर्तिवंजय तिवारी ने कहा कि बिहार में दलितों पर हो रहे अत्याचार बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से फेल हो चुकी है और सरकार सो रही है। तेजस्वी यादव ने भी इस घटना को लेकर सरकार की कड़ी आलोचना की और कहा कि यह ‘महा जंगलराज’ से भी बड़ा संकट है।
विपक्ष ने इस घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए से जवाब मांगते हुए कहा कि बिहार में हो रही ऐसी घटनाओं पर उन्हें चुप्पी तोड़नी चाहिए।