फलस्तीनी मुजाहिदों की हिम्मत तोड़ने इजरायल अपना रहा बदतरीन हथकंडे

जब फलस्तीन के जाबाज लोगों की हिम्मत और अजमत को इजरायल जुल्म की इंतेहा करके तोड़ने में नाकाम है, तब उनकी हिम्मत तोड़ने के लिये घटिया हतकंडे अपनाए जा रहे हैं। उन्हें मानसिक रूप से तोड़ने के लिये उनकी इज्जत के साथ खेला जा रहा है। गाजा में हमास और इजराइल के बीच जंग जारी है। इसी बीच इजराइल की हिरासत में फिलिस्तीनी कैदियों के साथ यौन उत्पीड़न का विडियो सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। यौन उत्पीड़न का आरोप इजराइली सैनिकों पर लगा है।
मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि तेइमान हिरासत केंद्र में इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) के सैनिकों को एक फिलिस्तीनी कैदी के खिलाफ यौन हिंसा का जघन्य अपराध करते दिखाया गया है। इसके बाद कैदी को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। ये वीडियो दिल दहला देने वाला है। वीडियो सामने आने के बाद दुनिया भर में इसकी कड़ी निंदा हो रही है। बताया गया है कि केंद्र फिलिस्तीनी कैदियों को रोजाना प्रताड़ित किया जाता था।

इजराइली हिरासत केंद्र से रिहा हुए इब्राहिम सलेम (३६) ने अपने साथ हुए खौफनाक उत्पीड़न को साझा करते हुए बताया कि हिरासत केंद्र में कैदियों के साथ रेप, बिजली का झटका रात-दिन मारपीट की जाती थी। सलेम ने बताया कि अधिकांश कैदी यौन उत्पीड़न के साथ बाहर आते हैं। उन्होंने कहा कि बार-बार यौन उत्पीड़न के चलते उन्हें घाव हो जाते थे। अधिकांश कैदी यह स्वीकार करने से बचते हैं कि उनके साथ यौन उत्पीड़न हुआ था। वे एक दूसरे को बताते नहीं हैं। उन्होंने बताया कि वह उत्तरी गाजा के अस्पताल में आईसीयू में थे, जब दिसम्बर २०२३ में इजरायली सेना ने वहां छापा मारा था। वह अस्पताल में अपने बच्चों के साथ थे, जो इजरायली हमले में घायल हो गए थे। इस हमले में उनके भाई-बहन अपने कई बच्चों के साथ मारे गए। सलेम ने बताया कि जब सेना आई तो मुझसे पूछा कि वह यहां क्या कर रहे हो। इस पर उन्होंने सैनिकों को अपने बच्चों की रिपोर्ट दी और अरबी में बताया कि मेरे बच्चे आईसीयू में हैं। वे हिल नहीं सकते।

इसके बाद इजरायली सैनिक सलेम को लेकर चले गए। उन्होंने बताया कि इजरायली सैनिकों ने उन्हें और कई अन्य लोगों को बिना कपड़ों के एक बड़े गड्ढे में रखा। वहां, सैनिक फिलिस्तीनियों को पीटते थे और अपमानित करते थे। इस दौरान कैदियों के हाथ और पैर बंधे होते थे। कैदियों को अपने और परिवार के बारे में गंदी बातें कहने के लिए मजबूर किया जाता था। उनके साथ आप्रकृतिक कृत्य किया जाता था। फिलिस्तीनी कैदियों के यौन उत्पीड़न का विडियो सामने आने के बाद इसकी पूरी दुनिया में निंदा हो रही है। इस घटना ने इजरायली के अंदर मानवाधिकारों के उल्लंघन के बारे में गंभीर सवाल उठाए हैं। अमेरिका ने कैदियों के साथ यौन उत्पीड़न पर प्रतिक्रिया दी है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, किसी के साथ रेप पर कोई सफाई नहीं हो सकती और बंदियों के यौन उत्पीड़न पर जीरो टॉलरेंस होनी चाहिए। मिलर ने कानून का राज स्थापित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।