सलीम अंसारी साहब की बेटी का मकसद समाज को तरक्की पर ले जाना

“मुझे टीचर बनना है। समाज और शहर के आने वाले कल को संवारना है। तालीम का स्तर सुधारना है। गरीब से गरीब बच्चे तक अच्छी से अच्छी तालीम पहुंचाने के लिये काम करना है.. मुझे टीचर बनना है।”
यह कहना है शीरीन बानों का जिन्होंने 12 वीं क्लास में 79 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किये हैं।

अंसारी बरात घर के पीछे रहने वाले जनाब सलीम अंसारी और आबदा परवीन की बेटी शीरीन बानों सोशल साइंस में दिलचस्पी रखती हैं। समाज की समस्याओं पर रिसर्च कर उसका हल पेश करने की ख्वाहिश रखती है। अंजुमन इस्लामिया गोहलपुर की छात्रा शीरीन बानों की काबलियत और समाज की फिक्र सबके लिये मिसाल है।
राजनीति की समझ बेमिसाल
शीरीन ने पालिटिकल साइंस में 80, जियोग्राफी में 87, हिस्ट्री में 77, हिन्दी में 84 और अंग्रेजी में 69 नम्बर हासिल किये हैं। आज सबको उम्मीद है कि सोशल साइंस की फील्ड में आगे जाएंगे और समाज को भी आगे ले जाएंगी।