
जबलपुर। जबलपुर के विकास को नई दिशा देने वाले एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव को सांसद आशीष दुबे ने लोकसभा के शीतकालीन सत्र में मजबूती से रखा। शुक्रवार को पदेन सभापति कृष्ण प्रसाद तेन्नेटी के समक्ष अपने उद्बोधन में सांसद दुबे ने तथ्यात्मक आधारों के साथ यह मांग दोहराई कि जबलपुर डिफेंस क्लस्टर स्थापित करने के लिए देश के सर्वाधिक उपयुक्त शहरों में से एक है।
जबलपुर: रक्षा उत्पादन का पुराना और मजबूत आधार
सांसद दुबे ने अपने संबोधन में कहा कि जबलपुर पहले से ही देश के रक्षा तंत्र का महत्वपूर्ण केंद्र है। यहां रक्षा क्षेत्र की तीन प्रमुख आयुध निर्माण इकाइयाँ—
- व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर (VFJ)
- ऑर्डिनेंस फैक्ट्री जबलपुर (OFJ)
- गन कैरिज फैक्ट्री (GCF)
वर्षों से कार्यरत हैं और तकनीकी विशेषज्ञता व कौशल का बड़ा आधार तैयार कर चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि इन प्रतिष्ठानों की मौजूदगी ही यह साबित करती है कि जबलपुर में डिफेंस क्लस्टर का निर्माण व्यावहारिक और अत्यंत लाभदायक होगा।
शहर के शैक्षणिक व भौगोलिक संसाधन बनाते हैं इसे उपयुक्त
सांसद दुबे ने बताया कि जबलपुर मध्यप्रदेश का प्रमुख शहर है, जिसका समृद्ध इतिहास, सुदृढ़ आधारभूत संरचना और अनुकूल भौगोलिक स्थिति इसे राष्ट्रीय स्तर की परियोजनाओं के लिए आदर्श बनाती है।
उन्होंने बताया कि शहर में 5 विश्वविद्यालय, अनेक तकनीकी संस्थान और कुशल युवाओं का बड़ा समूह मौजूद है, जो डिफेंस क्लस्टर से जुड़े उद्योगों और अनुसंधान गतिविधियों को गति देने में सक्षम हैं।
साथ ही उन्होंने पर्यटन की दृष्टि से भी शहर के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि विकसित होता जबलपुर निवेशकों और उद्योगों को आकर्षित करने की क्षमता रखता है।
रोजगार व औद्योगिक विकास में मिलेगी तेजी
सांसद दुबे ने कहा कि डिफेंस क्लस्टर की स्थापना से—
- स्थानीय प्रतिभाशाली युवाओं के लिए नए रोजगार अवसर तैयार होंगे
- शहर में रक्षा उत्पादन की गति बढ़ेगी
- अनुसंधान एवं विकास (R&D) का विस्तार होगा
- नए निवेश आएंगे
- संबंधित उद्योगों का तेजी से विकास होगा
उन्होंने यह भी कहा कि यह कदम देश की रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता (Aatmanirbharta) को और मजबूत करेगा।
देश में पहले से चल रहे मॉडल का हिस्सा बन सकता है जबलपुर
सांसद ने बताया कि देश के विभिन्न हिस्सों में पहले से कई डिफेंस क्लस्टर कार्यरत हैं और ये अपने क्षेत्रों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
यदि जबलपुर भी इस सूची में शामिल होता है तो न केवल शहर की आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी बल्कि यह पूरे महाकौशल क्षेत्र के विकास का केंद्र भी बन सकता है।
लोकसभा में रखे गए इस प्रस्ताव ने जबलपुर की संभावनाओं को राष्ट्रीय स्तर पर एक बार फिर रेखांकित किया है। यदि केंद्र सरकार इस दिशा में कदम बढ़ाती है, तो जबलपुर रक्षा क्षेत्र में देश की अग्रणी शक्ति के रूप में उभर सकता है।



