गोहलपुर के अदनान को NSUI में मिली बड़ी जिम्मेदारी, तालीम के लिये संघर्ष करके बनाई पहचान
भारतीय रार्ष्ट्रीय छात्र संगठन NSUI का मध्य प्रदेश सचिव नियुक्त
हुसैनिया स्कूल में गरीब मुस्लिम लड़कियों की फीस और यहां शिक्षकों की पेंशन में हुये घोटाले का मामला हो या फिर रानीदुर्गावती विश्वविद्यालय में 7 जिले के छात्रों के हित की लड़ाई … हर जगह गोहलपुर का एक नौजवान आंखों आंख डाले जिम्मेदारों को जवाब देह बनाते और अधिकारियो से सवाल करता नजर आता है.
कभी उसकी सोशल मीडिया पर राहुल गांधी से चर्चा करते हुये की तस्वीर वायरल होती है. कभी लोकायुक्त कार्यालय में हुसैनियां के बच्चों के लड़ाई लड़ते की फोटो सोशल मीडिया पर ध्यान खींचती है. कभी सत्ता के खिलाफ संघर्ष करते हुये लाठियां खाने फोटो अख्बारों में छपती है.
यहां बात हो रही है गोहलपुर से निकल कर रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति में अपना मकाम बनाने वाले अदनाद अंसारी की. अदनान को बुधवार के दिन भारतीय रार्ष्ट्रीय छात्र संगठन NSUI का मध्य प्रदेश सचिव नियुक्त किया गया है.
अदनान की नियुक्ति पर रिजवान अली कोटी, सागर शुक्ला, सैफ मंसूरी, एजाज अंसारी, अंकित कोरी, शाहनवाज अंसारी, शादाब अली, सैफ अली, अनुराग शुक्ला, सुमित कुशवाहा, जमाल ख़ान ने शुभकामनाएं दी हैं.
तालीम का बनाया हथयार …
गौरतलब हे कि राजनीति में आगे बढ़ने का रास्ता.. मुस्लिम क्षेत्रों के 90 फीसद नौजवान बड़े नेताओं के लिये कुर्सी लगाने और उनकी खुशामद को मानते हैं.
लेकिन गोहलपुर बेनी सिंह की तलैया में रहने वाले जनाब गुलाम सरवर साहब के बेटे अदनान ने तालीम और तालीम के लिये संघर्ष को राजनीति में अपना नाम और मकाम बनाने का रास्ता चुना.
.. तालीम में भी इंजीनियरिंग करने की भेड़ चाल से निकल कर, कानून की पढ़ाई की. ग्रेड्यूएशन के बाद एल.एल.बी. और फिर एल.एल.एम. मुकम्मल किया. अदान की पढ़ाई आज भी रुकी नहीं है, अदनान अब कानून में पी.एच.डी. की तैयारी कर रहे हैं.
कम समय में लम्बा सफर…
- 2015 में छात्र राजनीति की शुरुआत की और एनएसयूआई की सदस्यता हासिल की. 2017 के छात्र संघ चुनाव में रिज़वान अली कोटी के नेतृत्व में विश्विविद्यालय में विद्यार्थी परिषद को हराने में अहम भूमिका निभाई.
- बहुत कम लोग यह बात जानते हैं कोराना काल में छात्रों का जनरल प्रमोशन दिये जाने की मांग करने वालों अदनान सबसे पहले छात्र नेताओं में शामिल रहे. इस मामले में मुख्यमंत्री तक पहुंचा पहला लेटर अदनान अंसारी का था.
- कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा के दौरान जिला समन्वयक की जिम्मेदारी भी अदनान ने बखूबी निभाई, यहां उनकी राहलु गांधी से चर्चा करते हुये तस्वीर पूरे प्रदेश में वायरल हुई.
- बुधवार को बिना किसी सहयोग अपने संघर्ष के दम पर NSUI के प्रदेश सचिव बनने वाले अदनान से शहर और विशेषकर जबलपुर मुस्लिम समाज को उम्मीद है. लोगों की दुआएं हैं कि आने वाले समय में मुस्तकबिल में एक बड़े और काबिल चेहरे के रूप अदनान अंसारी सामने आएंगे. जो राजधानी भोपाल से लेकर दिल्ली तक जबलुपर मुस्लम समाज और शहर की मजबूत आवाज बनेंगे.
लाठियां खाकर बनाया अपना वजूद : इस्लाहुददीन
सोशल मीडिया एक्टिविस्ट और लेखक इसलाहुद्दीन कहते हैं, जिस उम्र में कौम के लड़के इंस्टा की रील और DSLR कैमरो की चमक में खोए हुए हैं उस उम्र में अदनान ने लाठियो और सलाखो से खुद का व्यक्तित्व निखारा और सवारा है, खुद का राजनैतिक वजूद गढ़ा है.अदनान जैसे यूवाओ ने जबलपुर के मुस्लिम समाज को एक मैसेज दिया है की राजनीति सिर्फ पार्षद बनने का नाम नहीं है संघर्षो की दम पर, जनहित के मुद्दो पर सत्ता से लड़कर विचारधारा के लिये हवाओ के रुख से टकराकर भी अपनी एक बेहतरीन राजनीतिक पहचान बनाई जा सकती है।