सूफी सम्मेलन के साथ मदन महल में ग्यारवी शरीफ का मेला समाप्त, संतों ने की शहर के अमन के लिये दुआएं
रिपोर्ट अरशद कादरी, जबलपुर। ग्यारवी शरीफ के महीने मे मदन महल पहाड़ी पर स्तिथ हजरत पीराने पीर की दरगाह मे आख़री कुल व सूफ़ी संत सम्मेलन का आयोजन किया गया। मदन महल पहाड़ी पर स्थित दरगाह शहर के लाखो लोगो की आस्था का केन्द्र रहा है। कार्यक्रम में हजारों की तादाद मे अक़ीदतमंदो ने दरगाह मे हाजरी लगा कर चादर शरीफ पेश की एवं दुआएं मांगी। कुल के कार्यक्रम मे सुबह से ही अक़ीदतमंदो की हाजरी का सिलसिला शुरु हो गया था तथा दोपहर तक अकीदतमंदो का यह हुजूम किसी जनसैलाब मे तब्दील हो गया।
कार्यक्रम मे कौमी एकता के नज़ारे देखने मिले। जिसमे मुस्लिम धर्मावलम्बियों के साथ साथ हिंदु धर्मावलंबीयो ने भी अक़ीदत मुहब्बत के साथ अपनी हाजरी पेश कर शहर की अमन शांति भाईचारे व मुल्क की तरक्की के लिए दुआ की ।
इस बार कुल के कार्यक्रम के साथ साथ सूफ़ी संत सम्मेलन का भी आयोजन किया गया। बाद नमाज जुमा जलसागाह मे मुतवल्ली सैयद कादिर अली कादरी की सदारत मे सूफ़ी संत सम्मेलन का आगाज हुआ। जिसमे कादरी, चिस्ती, निजामी, साबरी, मदारी, न्याज़ी सफवी, रज़वी, बुरहानी , वारसी, अशरफी, बंदनवाजी, आदि सिलसिलों के सूफ़ी संतो को सम्भोधित करते हुए सूफ़ी मुबारक कादरी व सूफ़ी निजाम कादरी ने कहा की इस्लाम के मायने अमन है और सूफियों का कार्य हर मजहब के लोगों को अमन शांति एकता का संदेश देना है।
सैय्यद इक़बाल अहमद शम्स रब्बानी ने मुल्क की तरक्की खुशहाली की खास दुआएं मांगी। इस मौक़े पर सज्जादानशीन बासित कादरी ने मनकबत पाक पेश की।
दस्तारबंदी के साथ कार्यक्रम का समापन
सूफ़ी मुबारक कादरी, निजाम कादरी, आफ़ताब कादरी, आबिद कादरी, इनायत कादरी, अब्बू बाबा कादरी, अंसार कादरी, सलामत कादरी ने सूफ़ी हजरात की दस्तारबन्दी कर इस्तकबाल किया। असगर कादरी, इदरीस कादरी, राजू कादरी, शराफत कादरी, आदि ने तबरुख पेश किये। बाद नमाज मगरिब सालातो सलाम हुआ जिसके बाद लोगो ने हाथ उठाकर मुल्क की तरक्की व शहर के अमन शांति की दुआ की और इस तरह उर्स शरीफ का समापन हुआ।