चाकूबाजी में युवक की मौत, पनागर के दो एएसआइ सस्पेंड, डाक्टर को भी हटाया
जबलपुर/पनागर। पनागर थाना क्षेत्र के ग्राम पठरा उमरिया में हुई चाकूबाजी में गंभीर रूप से घायल युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। यह घटना पांच दिन पहले की है, जब 26 वर्षीय संतोष दुबे खेत से काम करके घर लौट रहे थे। रास्ते में सौरभ पटेल, सोनू पटेल और रमन पटेल ने संतोष पर चाकू से हमला किया और उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना के बाद संतोष को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
मृतक के परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए पनागर थाना का घेराव किया और आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया और कार्रवाई शुरू की। इसके अलावा, जांच में लापरवाही बरतने के आरोप में पनागर थाना के दो एएसआई को सस्पेंड कर दिया गया।
लापरवाही पर कार्रवाई
पनागर थाना प्रभारी अजय सिंह ने बताया कि एएसआइ मयंक यादव और संतोष ठाकुर के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई है। आरोप है कि इन अधिकारियों ने घटनास्थल पर समय पर कार्रवाई नहीं की, जिससे घायल युवक का उपचार देरी से हुआ और उसकी स्थिति बिगड़ गई। इसके कारण ही युवक की मौत हो गई।
स्वजन का आरोप है कि घायल युवक को पनागर थाना लाने के बाद रिपोर्ट लिखने में घंटों का समय लगाया गया, और अस्पताल में भी इलाज में देरी की गई, जिससे उसकी हालत और बिगड़ गई।
डॉक्टर पर भी लापरवाही का आरोप
युवक के इलाज में लापरवाही करने के आरोप में पनागर अस्पताल के डॉक्टर रजी नफीस को स्थानांतरित कर बरेला अस्पताल भेज दिया गया है। आरोप है कि डॉ. नफीस ने घायल की गंभीर चोटों को मामूली बताकर इलाज में देरी की, जिससे आरोपियों को जमानत मिल गई।
विरोध प्रदर्शन…
युवक की मौत के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने पनागर थाना परिसर में शव रखकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और डॉक्टरों के खिलाफ नारेबाजी की और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शन में स्थानीय लोग अन्नु दुबे, नीरज पांडे, सुरेश मिश्रा, गुरु उपाध्याय, साहिल दुबे, और शेखर द्विवेदी समेत कई लोग शामिल थे।
पुलिस ने हत्या के आरोप में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, और मामले की जांच जारी है।
विधायक श्री तिवारी ने दिखाई गंभीरता..
यह बात पनागर विधायक इंदु तिवारी तक पहुंची तो उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस के आला अधिकारियों से उचित कार्रवाई करने की बात कही। इसके बाद थाने में पदस्थ दो एएसआइ को सस्पेंड किया गया है। मुलायजे में लापरवाही बरतने वाले डाक्टर रजी नफीस को यहां से हटाकर बरेला अस्पताल भेजा गया है।