रिपोर्ट, अरशद कादरी, जबलपुर : शहर के ईदगाह कला रानीताल में दो दिवसीय उर्स सलामी, बुरहानी और मेहमूदी का एहतेमाम किया जाएगा. इस दौरान विभिन्न दीनी रूहानी प्रोग्राम के साथ साथ और तक़रीरों का भी अहतिमाम किया जाएगा. उर्स में जबलपुर सहित पूरे महाकौशल से अकीदतमंदों पहुंचेंगे.
उर्स का आगाज कल शनिवार को ईदगाह में बाद नमाज मगरिब महफिल-ए-मिलाद-शरीफ के अहतिमाम से होगा। यहां उलेमा-ए-किराम अपनी तक़रीरें पेश करेंगे और अक़ीदतमंदों को दीनी तालीम और सच्चे रास्ते पर चलने का पैगाम देंगे।
17 नवंबर, रविवार को शाम 4 बजे मौलाना इनामुल हक कादरी बुरहानी की कयादत में आगा चौक से चादर जुलूस निकाला जाएगा। जुलूस रानीताल स्थित ईदगाह पहुंचेगा, जहां बाद नमाज असर मजार शरीफ पर चादर पोशी और गुल पोशी की जाएगी।
बाद नमाज मगरिब के बाद हुज़ूर बुरहाने मिल्लत और हुज़ूर मेहमूदे मिल्लत के कुल शरीफ और हजरत हामिदे मिल्लत की सालाना न्याज़ का अहतिमाम किया जाएगा। इसके अलावा, तोशा शरीफ की न्याज़ भी की जाएगी।
जल्से और तक़रीर का अहतिमाम..
रात्रि 9 बजे जलसे का अहतिमाम होगा, जिसमें देश-प्रदेश से आए अक़ीदतमंद अपनी हाजरी पेश करेंगे। जल्से में मुल्क भर से तशरीफ ला रहे मुम्ताज उलेमा ए किराम ईमान अफरोज तक़रीरें पेश करेंगे।
उर्स के अंतिम दिन, यानी 18 नवंबर को, सुबह बाद नमाज फज्र कुल शरीफ का आयोजन किया जाएगा।
अकीदतमंदों से शिरकत की अपील..
इस मौके पर नायबे मुफ़्ती ए आजम मध्य प्रदेश और सज्जादानशीन आस्तानए आलिया करीमिया सलामियाँ हजरत सूफ़ी जियाउल हक कादरी ने सभी अक़ीदतमंदों से उर्स में शिरकत करने की अपील की है।