हड्डीगोदाम हत्याकाण्डः आयशा के बाद नाजिया की हत्या का जुनून सवार

… लोग जुमे नमाज के बाद अपने घरों में थे। अचानक हड्डी गोदाम के उसी घर से चीखने की आवाज आने लगी, जहां ईद के दो दिन पहले हत्या हुई थी।
लोग दौड़े तो पता चला कि इमरान जेल से फरार होकर, हड्डी गोदाम अपने ससुराल वापस आया है। हाथ में चाकू लिये खड़ा है और चिल्ला रहा है कि नाजिया को मार दूंगा, खुद को भी मार दूंगा जो बीच में आएगा, उसको भी मार दूंगा।
इमरान ने अपनी पत्नी पर चाकू चलाए, बचाने आए दो पड़ोसियों को घायल किया और खुद को भी घायल किया।
पड़ोसियों ने किसी तरह इमरान को काबू किया, तब तक हनुमानताल पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। इमरान को गिरफ्तार करके ले गई।
नाजिया को इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती किया गया। वहीं इमरान को पुलिस की निगरानी में मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं दो अन्य घायलों का भी इलाज किया जा रहा है। इमरान पुलिस की हिरासत से कैसे भागा इसकी जांच के आदेश अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने दे दिये हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार साली की हत्या के आरोप में जेल में बंद इमरान की दो दिन पहले जेल में तबियत खराब हो गई थी। जिसे शुक्रवार को इलाज के लिये मेडिकल अस्पताल लाया गया था। यहां वो पुलिस को चकमा देकर भाग निकला।
मेडिकल से भाग कर इमरान सीधे हड्डी गोदाम अपनी ससुराल पहुंचा। इमरान के हाथ में चाकू देखकर नाजिया ने दरवाजा बंद कर लिया और पड़ोसियों को बुलाया। पड़ोसी एकत्रित हुये आग बबूला इमरान ने अपनी पत्नी पर चाकू से वार किया। बचाने आए दो अन्य लोगों को घायल किया और खुद को घायल किया। किसी तरह पड़ोसियों ने इमरान पर काबू पाया और मौके पर पहुंची हनुमानताल पुलिस को सौंप दिया।
जेल से कैसे भागा ?
बताया जा रहा है इमरान की दो दिन पहले जेल में तबीयत खराब हो गई थी। जिसे इलाज के लिये शुक्रवार को मेडिकल अस्पताल लाया गया था। यहां से इमरान भागने में सफल हो गया। भाग कर सीधे अपनी ससुराल हड्डीगोदाम पहुंचा।
अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक सोनाली दुबे ने कहा आरोपी इमरान कैसे भागा इसकी जांच के आदेश दिये गये हैं। ड्यूटी के दौरारन जिसने भी लापरवाही की है, उसपर सख्त कार्यवाही होगी।
साली की की थी हत्या……

गौरतलब है कि 09 अप्रैल मंगलवार रात 11 बजे इमरान हड्डीगोदाम अपने ससुराल पहुंचा था। जहां नाजिया से विवाद कर उसने चाकू से उसपर हमला कर दिया था। नाजिया की बहन आयशा अपनी बहन को बचाने दौड़ी तो इमरान ने उस पर भी वार कर दिए। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी वहां से भाग निकला। खून से लथपथ दोनों बहनों को अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने परीक्षण उपरांत आयशा को मृत घोषित कर दिया। वहीं नाजिया की जान बच गई थी। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
ऐसे dimagi pagal का encounter कर देना चाहिए