
इंसानियत के सामने जो नये चैलेंज या परेशानी हैं, उनका हल तलाशना भी हमारी जिम्मेदारी है. मैं बायो टेक्नालाजी की फील्ड में रिसर्च करना चाहता हूं. मैं ऐसी खोज करना चाहता हैं, जिससे मानव जाती की तकलीफ हो सके. यह कहना है शादाब अख्तर अंसारी का जिन्होंने सीबीएसई में 12 वीं क्लस में 73 फीसद से अधिक नम्बरों से कामयाबी हासिल की है.
गोहलपुर स्थित मदीना मस्जिद के पास रहने वाले जनाब मोहम्मद सलीम अंसारी और मोहतरमा शगुफ्ता फरहत के बेटे शादाब अख्तर अंसारी ने सीबीएसई 12 वीं बोर्ड परीक्षा में उल्लेखनीय प्रदर्शन करते हुए 73.02 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। शादाब लिटिल चैम्प स्कूल, जबलपुर के छात्र हैं और उन्होंने अपने कठिन परिश्रम और लगन से यह सफलता हासिल की है।
शादाब ने बायोलॉजी विषय में 87 अंक और फिजिकल एजुकेशन में 90 अंक अर्जित किए हैं, जो उनके विषय में गहरी समझ और रुचि को दर्शाता है।
शादाब ने अपने भविष्य की योजना भी स्पष्ट रूप से रखी है। उन्होंने बताया कि वे बायोटेक्नोलॉजी विषय में बीएससी करने के बाद एमएससी और एमफिल करना चाहते हैं। उनका अंतिम लक्ष्य है बायोटेक्नोलॉजी में पीएचडी करना और इस क्षेत्र में शोध कर समाज और मानवता के लिए सकारात्मक योगदान देना।
शादाब की इस उपलब्धि पर उनके अम्मी पापा, परिवारजन और मोहल्ले के लोग फख्र महसूस कर रहे हैं। लिटिल चैम्प स्कूल के शिक्षकों ने भी शादाब की सराहना की है।
बाज मीडिया शादाब को इस सफलता के लिए दिली मुबारकबाद देता है और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता है।