बीच सड़क पर जघन्य हत्याकाण्ड: क्या बिना संरक्षण के हो सकता है ऐसा दुस्साहस? विधायक लखन घनघोरिया ने उठाए गंभीर सवाल!

… बीच सड़क पर जघन्तम हत्याकाण्ड को अंजाम देने का दुस्साहस बिना किसी संरक्षण के नहीं हो सकता. हत्याकाण्ड के आरोपियों के काल रिकार्ड चैक किये जाने की जरूरत है. उन आरोपियो के सिर पर जिसका हाथ है, उन्हें भी पकड़ने की जरूरत है.
यह बात विधायक लखन घनघोरिया ने पाटन के टिमरी में हुये नरसंहार के पीड़ित परिवारों से मुलाकात के दौरान कही.
उन्होंने कहा, पीड़ित परिवारों ने कमाने वाले खो दिये, उनके सामने एक बड़ा संकट अजीविका का भी है. पीड़ित परिवार के सदस्यों को सरकारी नौकरी दी जाए. श्री घनघोरिया ने कहा वो इस संबंध में विधानसभा में भी मांग उठाएंगे.
शनिवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल टिमरी गांव में नरसंहार पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचा. इस दौरान राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, विधायक लखन घनघोरिया, नगर अध्यक्ष सौरभ शर्मा, पूर्व विधायक विनय सक्सेना मुख्य रूप से उपस्थित रहे.

यहां श्री पटवारी ने पीड़ित परिवार को दिलासा दिया और आश्वासन किया पूरा कांग्रेस परिवार उनके साथा खड़ा है. आरोपियों को सजा दिलाने से लेकर, पीड़ित परिवारों के भविष्य सुरक्षित करने तक हर कदम पर कांग्रेस संघर्ष करेगी.

पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि अराजकता, आतंक, हत्या और हत्यारे सब प्रशासन बन गए है। पुलिस का काम सिर्फ हत्या करवाना बच गया है। जो घटनाएं महसूस की जाए, उससे साफ है कि कानून नाम की कोई चीज मध्य प्रदेश में नहीं है। यह हत्याकांड महसूस कराता है कि प्रदेश में अब कानून नहीं बचा है।
गौरतलब है कि पाटन तहसील के टीमरी गांव में चार लोगों के जघन्य हत्याकांड ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी थी। चार लोगों की तलवार से बेरहमी से काटकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।