हम शहर में नफरत हिंसा जुल्म के खिलाफ अमन मोहब्बत भाईचारे की दीवार बनेंगे

आज जब हर तरफ धर्म के नाम पर नफरत फैलाने का बाजार गर्म है। आज जब शहर में कुछ संगठन आए दिन नफरत का जहर बोने का नाकाम प्रयास कर रहे हैं। आज जब शहर में कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ के लिये हिन्दू मुस्लिम भाईचारे को खराब करने का नाकाम प्रयास कर रहे हैं।
ऐसे हालात में जबलपुर में काम कर रहा “सदभावना मंच” अमन मोहब्बत और भाईचारा चाहने वाले हर शहरवासी की आवाज बना हुआ है। सदभावना मंच ने ईद मिलन समारोह के जरिये पूरे मध्य प्रदेश को एकता भाईचारे का पैगाम सुनाया। सदभावना मंच के प्रयासों की चर्चा आज हर तरफ है।
रविवार शाम 06 बजे इंडियन काफी हाउस में सद्भभावना मंच द्वारा मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना के शीर्षक के साथ ईद मिलन समारोह का आयोजन किया गया। जहां सभी धर्मों के मानने वाले जमा हुये।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुये सदभावना मंच के सदस्य गुलाम रसूल साहब ने कहा,
.. इस साजिश को हमें समझने की जरूरत है कि धर्म नाम पर नफरत फैलाने वालों को धर्म की कोई फिक्र नही है। एक धर्म का नाम लेकर, दूसरे धर्म का डर दिखाकर यह बड़ी आबादी को अपना मानसिक गुलाम बनाना चाहते हैं।
… इस डर और नफरत के प्रोपेगेंडा के जरिये जहां यह सत्ता पर काबिज होते हैं। फिर देश के सरमाए, संसाधन और पूंजी को लूटते है। जब देश में गरीबी, बेरोजगारी और नाइंसाफी बढ़ती है तो यह उससे ध्यान भटकाने के लिये फिर नफरत और डर का जाल फैलाते हैं।
गुलाम रसूल साहब ने आगे कहा, आज हर इंसान की जिम्मेदारी है कि वो आगे आए और नफरत जुल्म नाइंसाफी और नाबराबरी के खिलाफ आवाज उठाए। आज हर भारतीय नागरिक कि जिम्मेदारी है कि वो संविधान की रक्षा के लिये कोशिश करे। आज हम सब की जिम्मेदारी है कि नफरत का जवाब मोहब्बत से दें। हमारा फर्ज है की अमन मोहब्बत और इंसाफ के खुदाई पैगाम को जन जन तक पहुंचाएं। इसी मकसद के लिये सदभावना मंच का कयाम किया गया। इसी पैगाम के साथ आज का यह प्रोग्राम आयोजित किया गया है।

कार्यक्रम में सद्भावना मंच के एडवोकेट ओपी यादव, राजेन्द्र गुप्ता, बैजनाथ कुशवाहा, अमित पांडे, शकील अंसारी ने अपने विचार रखते। कार्यक्रम के सफल आयोजन में जमील अंसारी, जान मोहम्मद, वकार अबरार, अनवार हाजी, मेहंदी हसन लियाकत हुसैन, हयात उस्मानी, अहतिशाम उल हक, यासिर अम्मार आदि का विशेष योगदान रहा।

ऐसे कार्यक्रम जरूरी…..
कार्यक्रम को संबोधित करते हुये श्री अमित पांडे ने कहा आज के हालात में ऐसे प्रोग्राम की सख्त जरूरत है। जिससे कि लोग आपस में मिले-जुले एक दूसरे को जाने समझे ताकि समाज में एक अच्छा माहौल बने।
वहीं श्री अमरदीप सिंह ने कहां के हमारा भारत एक गुलदस्ते की तरह है जिसमें तरह-तरह के फूल है जो अनेकता में एकता का प्रतीक है। ऐसे प्रोग्राम होते रहना चाहिए ताकि समाज में एक पॉजिटिव एनर्जी डेवलप हो।

हमारा देश धर्मनिरपेक्षः यादव…
अपने अध्यक्षीय भाषण में सद्भावना मंच के अध्यक्ष एडवोकेट ओपी यादव ने संविधान की प्रस्तावना का जिक्र करते हुए कहा के हमारा देश एक धर्मनिरपेक्ष देश है यहां सभी धर्म बराबर है। हम यही चाहते हैं कि लोग एक दूसरे के धर्म का आदर सम्मान करें और लोगों के बहकावे में ना आए राजनीति से ऊपर उठकर देश हित के लिए काम करें।