मदद करने का सलीका सिखा रही, हुदा फाउंडेशन

“तुम जमीन वालों पर रहम करो, आसमान वाला तुम पर रहम करेगा“
अल्लाह के रसूल सल्ल. के इस पैगाम को जबलपुर में आम करती अल खिदमत हुदा फाउंडेशन आज मुस्लिम समाज और शहर में मिसाल बनकर उभर रही है।
हुदा फाउंडेशन आज गरीबों में बांटने से ज्यादा, अपने बांटने के तरीके को लेकर चर्चा में हैं। फाउंडेशन का मानना है कि जरूरत मंद की मदद करना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी उनकी इज्जत और आत्म सम्मान का ख्याल रखना भी है।
रमजान में घर पहुंचाते हैं किट
अल खिदमत हुदा फाउंडेशन द्वारा रमजान शरीफ के मौके पर गरीब परिवारों के लिये राशन किट वितरण का काम किया जा रहा है। 5 लोगों का परिवार मानकर करीब 1.5 महीने के राशन की किट सीधे जरूरतमंद परिवारों के घर पहुंचाई जा रही है। किट जरूतमंदों तक पहुंचे और उनका आत्मसम्मान कम न हो, इसके लिये खास प्रयास किये जा रहे हैं।

जरूरतमंदो की करते हैं तलाश
फाउंडेशन के सदस्य सर्वे करके जरूरत मंद परिवारों की लिस्ट बनाते हैं। फिर उसके बाद फाउंडेशन के सदस्य रमजान किट घर घर पहुंचाकर आते हैं। फाउंडेशन के संचालक हाजी मोहम्मद अनवार, मोहम्मद साबिर, शकील अहमद, सद्दाम, राशीद, तौफीक, शफीक, हाजी मंजूर साहब, मुस्तफा भैय्या आदि इस काम में जुटे हुये हैं।

बेगुनाह कैदियों की इमदाद……..
अल खिदमत हुदा फाउंडेशन का सबसे मुम्ताज काम ऐसे लोगों की तलाश करना है, जो किसी वजह से झूठे मुकद्दमों में फंस गये हैं। जिनके पास इतने संसाधन नहीं है कि वह अपना केस लड़ सकें। ऐसे लोगों की मदद के लिये फाउंडेशन आगे आती है। उनको लीगल मदद फराहम करती है।
बच्चों की फीस का इंतेजाम….
फाउंडेशन हर साल ऐसे बच्चों की लिस्ट बनाती है, जो काबिल हैं लेकिन माली हालात की वजह से पढ़ नहीं पाते। उनकी फीस का इंतेजाम फाउंडेशन करती है। इसके लिये फाउंडेशन सदस्य मेहनत करके जरूरत बच्चों को तलाश करते हैं, फिर उनकी फीस खुद जाकर जमा करते हैं।