
जबलपुर, 7 मई 2025 — पाक की नापाक हरकतों को देखते हुये भारत अब सख्त उठाने की तैयारियों में हैं, जिससे आतंक के नासूर को हमेशा के लिये खत्म किया जा सके। भारत पाक के बीच बढ़ते तनाव के बीच नागरिक सुरक्षा को लेकर जबलपुर में आज 7 मई को व्यापक स्तर पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में कलेक्टर सभागार में आयोजित बैठक में मॉक ड्रिल की रूपरेखा पर चर्चा की गई और विभिन्न विभागों की तैयारियों की समीक्षा की गई। इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य आम नागरिकों को आपदा की स्थिति में सतर्कता और सजगता के प्रति जागरूक करना है।
कलेक्टर ने बताया कि मॉक ड्रिल की तैयारी दोपहर 4 बजे से शुरू होगी, और शाम 7:30 बजे से 7:42 बजे तक शहर भर में ब्लैकआउट रखा जाएगा। इस दौरान सायरन बजाया जाएगा, और नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे अपने घरों और प्रतिष्ठानों की बाहरी लाइटें बंद रखें। सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों को भी निर्देशित किया गया है कि वे इस दौरान पूर्ण रूप से बाहरी रोशनी बंद करें।
सुरक्षा की दृष्टि से ब्लैकआउट जरूरी
कलेक्टर ने बताया कि युद्ध या हवाई हमले जैसी आपात परिस्थितियों में क्षेत्र को “अवासीय” दिखाने के लिए यह ब्लैकआउट आवश्यक है। उन्होंने कहा,
“ज्यादातर मामलों में लाइट से एयर अटैक की संभावना बनी रहती है। ऐसे में लोगों को सजग करना जरूरी है कि किसी भी आपातकाल में वे बिना निर्देश के भी उचित कदम उठा सकें।”

सायरन और रेड सिग्नल का रखें ध्यान
ब्लैकआउट के दौरान सायरन और रेड सिग्नल की व्यवस्था की जाएगी। रेड सिग्नल पर नागरिकों को तुरंत अपनी लाइटें बंद करनी होंगी और ग्रीन सिग्नल पर ही पुनः चालू करनी होंगी। कलेक्टर ने अपील की कि सड़क पर चलने वाले वाहन भी निर्धारित समय में अपनी हेडलाइट बंद रखें।
सभी विभाग तैयार
बैठक में एयरपोर्ट, आर्मी, रक्षा संस्थान, सिविल डिफेंस, स्वास्थ्य, बिजली, नगर निगम सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। सभी ने आपदा के समय अपनी भूमिका और तैयारियों की जानकारी दी। कलेक्टर ने कहा कि पुलिस कंट्रोल रूम के अलावा कलेक्ट्रेट में और ज़रूरत पड़ने पर ब्लॉक स्तर पर भी कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे।
मॉक ड्रिल में क्या-क्या शामिल रहेगा:
- हॉस्पिटल की छतों पर रेड क्रॉस के निशान लगाए जाएंगे
- आग बुझाने, मरीजों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की व्यवस्था
- पशुधन की सुरक्षा, पीने के पानी और खाद्य सामग्री की उपलब्धता
- डिजास्टर प्लान को अपडेट कर सिविल डिफेंस में लागू किया जाएगा
“पैनिक न बनाएं, यह एक अभ्यास है” – कलेक्टर
कलेक्टर श्री सक्सेना ने विशेष रूप से कहा कि यह मॉक ड्रिल केवल नागरिकों को प्रशिक्षित और जागरूक करने के उद्देश्य से की जा रही है।
“इस अभ्यास को लेकर डरने की आवश्यकता नहीं है। यह राष्ट्र की सुरक्षा और नागरिकों की सतर्कता बढ़ाने का प्रयास है।”
इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी नागरिकों से सहयोग की अपेक्षा की गई है।