इस्माईल हनिया की शहादत से फलस्तीन की आजादी का आंदोलन और मजबूत होगाः जमाअते इस्लामी हिन्द
सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने हमास नेता इस्माइल हनियेह की शहादत पर दुख का इजहार किया है

हिन्दुस्तान के प्रमुख इस्लामी संगठनों में शुमार जमात ए इस्लामी हिन्द ने हमास के लीडर इस्माईल हनियेह की शहादत पर दुख का इजहार करते हुये, भारत सरकार इस खुली बर्बरता और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के घोर उल्लंघन के खिलाफ कड़ी आवाज उठाने और गाजा में चल रहे नरसंहार के प्रयासों को रोकने के लिए प्रभावी राजनयिक कदम उठाने की पुरजोर मांग की।
जमात-ए-इस्लामी हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने हमास नेता इस्माइल हनियेह की शहादत पर दुख का इजहार किया है और इसे इज़राइल की एक और आतंकवादी हरकत करार दिया है। अमीर जमात ने याद दिलाया कि इज़राइल ने हजारों नागरिकों को मार डाला है और गाजा की नागरिक आबादी को क्रूर बमबारी और नरसंहार का शिकार बनाया है।

पहले इस्माइल हनियेह के परिवार के कई सदस्य एक साथ शहीद हो गए और अब खुद फिलिस्तीन के पूर्व प्रधान मंत्री को किसी तीसरे देश की राजनयिक यात्रा के अवसर पर निशाना बनाया गया ह। यह शर्मनाक घटियापन नेतन्याहू के आतंकवादी शासन से ही मुम्किन है। इस कायरतापूर्ण जालिमाना हरकत से इज़राइल ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि उसे अमन के कयाम में कोई दिलचस्पी नहीं है।
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अपने बयान में अमीर जमात ने फ़िलिस्तीनी लोगों के साथ एकजुटता का इजहार किया और कहा कि दुनिया के सभी मुसलमान और सभी धर्मी लोग अपना दुःख साझा करते है। उन्होंने कहा फ़िलिस्तीनी लोगों का इतिहास कुरबानी और शहादत का है। यह वह इतिहास है जिससे दुनिया भर के सभी लोग हौसला लेते हैं। इस्माइल हानिया की शहादत से इस इतिहास में एक नया महान सबक जुड़ गया है।
अमीर जमात ने कहा शहादत से आंदोलनों की ताकत खत्म नहीं होती, बल्कि उन्हें नई ताकत और जोश मिलता है। हमारा मानना है कि शहीद इस्माइल हनियेह की शहादत फिलिस्तीनी आजादी आंदोलन को और मजबूत करेगी और मजलूम फिलिस्तीनी लोगों की आजादी और हक की बहाली का एक रास्ता बनेगी।
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वहीं इस मौके पर जमआते इस्लामी ने भारत सरकार से इस खुली बर्बरता और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के घोर उल्लंघन के खिलाफ कड़ी आवाज उठाने और गाजा में चल रहे नरसंहार के प्रयासों को रोकने के लिए प्रभावी राजनयिक कदम उठाने की पुरजोर मांग की।