
“… भा.ज.पा. ने संविधान बदलने की साजिश रची, जनता ने उसे आम चुनाव में सबक सिखाते हुए बैसाखी पर ला खड़ा किया। इसका गुस्सा भारतीय जनता पार्टी संविधान निर्माता बाबा साहब अंबेडकर का अपमान करके निकाल रही है। गृहमंत्री द्वारा संसद में दिया गया बयान भाजपा के असल संविधान विरोधी चेहरे को उजागर करता है, जिसे देश की जनता कभी माफ नहीं करेगी।”
यह बात उप नेता प्रतिपक्ष शगुफ्ता गुड्डू नबी उस्मानी ने नगर निगम परिसर में कांग्रेस पार्षद दल द्वारा आयोजित प्रदर्शन में कही। सोमवार को नगर निगम परिसर में कांग्रेस पार्षदों ने प्रदर्शन किया और गृहमंत्री शाह के इस्तीफे की मांग की। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस पार्षदों द्वारा हाथों में बाबा साहब भीमराव अंबेडर एवं संविधान की रक्षा की तख्तियां लेकर तीखी नारे बाजी की गई ।
नेता प्रतिपक्ष अमरीश मिश्रा ने कहा, “देश के गृहमंत्री अमित शाह को देश से माफी मांगनी चाहिए क्योंकि उन्होंने सम्पूर्ण देश का अपमान किया है। जब तक अमित शाह माफी नहीं मांगेंगे या इस्तीफा नहीं देंगे, तब तक विरोध प्रदर्शन का सिलसिला जारी रहेगा।”

इस प्रदर्शन में पार्षद वकील अंसारी, कलीम खान, गुलाम हुसैन, अख्तर अंसारी, सांसद प्रतिनिधि ताहिर अली, रितु राजेश यादव, संतोष दुबे पंडा, प्रीति अमर रजक, गुड्डू तामसेतवार, मुकीमा अंसारी, तुलसा लखन प्रजापति, श्रीमती लक्ष्मी लक्ष्मण गोंटिया, सत्येन्द्र चौबे, हर्षित यादव, राकेश पांडे, प्रमोद पटेल आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।
संविधान प्रेमी दबने और झुकने वाले नहीं…
राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि सैय्यद ताहिर अली ने यहां कहा, “मोदी सरकार और गृहमंत्री अमित शाह द्वारा किये गए बाबा साहब अंबेडकर के अपमान को अपराध मानने के लिए तैयार नहीं हैं। उलटे, भाजपा ने संसद की कार्रवाई ठप्प कर दी। इसके अलावा, अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस सांसदों के साथ धक्का-मुक्की की गई, और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को गिरा दिया गया। भाजपा ने षड़यंत्र के तहत नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ संगीन धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करा दी। लेकिन इस तरह के हत्कंडों से संविधान प्रेमी झुकने और दबने वाले नहीं हैं।”