
सफाई व्यवस्था की बदहाली, कर्मचारियों की गुंडागर्दी और आम जनता पर झूठी एफआईआर करने की धमकियों से परेशान होकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लेमीन ने नगर निगम प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
आल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन संजय गांधी वार्ड अध्यक्ष अतीक मंसूरी के नेतृत्व में नगर निगम आयुक्त को एक ज्ञापन सौंपा गया।
वार्ड अध्यक्ष अतीक मंसूरी ने बताया कि बीते कई महीनों से सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप है। वार्ड की नालियां जाम हैं, कचरा चारों तरफ फैला है, और झाड़ू हफ्ते में मुश्किल से एक या दो बार लगाई जाती है।
अतीक मंसूरी के अनुसार, सफाई से जुड़ी शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। नगर निगम सुपरवाइजर राजकुमार और ठेकेदार जैकी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि ये दोनों आम जनता को डरा-धमकाकर चुप करा देते हैं। अगर कोई नागरिक उनसे काम की शिकायत करता है, तो उसे झूठी एफआईआर में फंसाने की धमकी दी जाती है।

पूर्व में भी झूठी FIR के शिकार बने लोग …..
अतीक मंसूरी ने दावा किया कि यह कोई पहली घटना नहीं है। पूर्व में भी दो स्थानीय लोगों के खिलाफ झूठी FIR दर्ज कराई जा चुकी है, और अब ये लोग आम जनता से अवैध वसूली कर रहे हैं। खुद मंसूरी जब विरोध करने पहुंचे तो उन्हें भी झूठे केस में फंसाने की कोशिश की गई और हनुमानताल थाने में उनके खिलाफ षड्यंत्रपूर्वक शिकायत दर्ज करा दी गई।
जनप्रतिनिधि को निशाना बनाना शर्मनाक ………
मंसूरी ने कहा कि वे AIMIM पार्टी से संजय गांधी वार्ड 41 के पूर्व पार्षद प्रत्याशी रह चुके हैं और बतौर जनप्रतिनिधि, क्षेत्र की जनता की आवाज उठाना उनका कर्तव्य है। जब एक जनप्रतिनिधि के साथ इस तरह का व्यवहार हो रहा है, तो आम जनता किस हद तक असुरक्षित है, यह सोचने का विषय है।
कार्रवाई नहीं हुई तो उग्र आंदोलन की चेतावनी
AIMIM पार्टी ने साफ तौर पर चेतावनी दी है कि अगर नगर निगम के दोषी कर्मचारियों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो पार्टी सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करेगी।
ज्ञापन सौंपने पहुंचे सैकड़ों कार्यकर्ता
इस मौके पर जिला अध्यक्ष शहजाद अंसारी के साथ AIMIM के कई कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे जिनमें प्रमुख रूप से – हमीद मामू, समीर खान, शादाब खान, पार्षद शामरीन कुरैशी, शाहिद अंसारी, अहमद मिठाई, रशीद मंसूरी, मकसूद अंसारी, मतलूब अंसारी, रानू मंसूरी, फरहान अंसारी, बाबू मालिक, कलीम अब्बासी, शोएब भाई, राजन कुरैशी, सहाबुद्दीन खान, वसीम भाई, तालिब मंसूरी, अरमान भाई, राजा भाई, एहसान भाई, राजू भाई और इरफान भाई जैसे नाम प्रमुख रहे।
अब देखना यह है कि नगर निगम प्रशासन इस गंभीर मामले में जनता की शिकायत पर कितना गंभीर रुख अपनाता है, या फिर आंदोलन के बाद ही प्रशासन जागेगा।