आपातकाल की 50 वीं वर्षगांठ : भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री जबलपुर में बोले – कांग्रेस का इतिहास लोकतंत्र विरोधी, संविधान को बार-बार कुचला

जबलपुर, 25 जून। आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर जबलपुर पहुंचे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत कुमार गौतम ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1975 में आपातकाल लगाकर लोकतंत्र की मूल भावना को रौंद दिया और पूरा देश जेल में तब्दील हो गया था। श्री गौतम स्थानीय पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, विधायक अशोक रोहाणी, भाजपा नगर अध्यक्ष रत्नेस सोनकर और ग्रामीण अध्यक्ष राजकुमार पटेल भी उपस्थित थे।
“कांग्रेस ने लोकतंत्र विरोध को बनाया परंपरा”
दुष्यंत गौतम ने कहा कि कांग्रेस की प्रवृत्ति शुरू से ही लोकतंत्र विरोधी रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने उन सभी व्यक्तियों को दरकिनार किया जो पार्टी की नीतियों से असहमति रखते थे। “नेताजी सुभाष चंद्र बोस को कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया, जबकि सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे जननायक को प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया गया,” उन्होंने कहा। गौतम ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने डॉ. भीमराव अंबेडकर जैसे महापुरुष का भी बार-बार अपमान किया।
“75 बार किया संविधान में संशोधन”
गौतम ने कांग्रेस पर संविधान से खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने अब तक 75 बार संविधान में संशोधन किए हैं, जिनमें कई बार जनहित और लोकतांत्रिक मूल्यों की अनदेखी की गई।
राहुल गांधी पर सीधा हमला: “संविधान की प्रति लहराते हैं, लेकिन उसका अपमान करते हैं”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए गौतम ने कहा, “वे संसद में संविधान की प्रति लहराते हैं, लेकिन 2013 में उन्होंने स्वयं संसद द्वारा पारित अध्यादेश को सार्वजनिक रूप से फाड़कर संविधान और लोकतांत्रिक प्रक्रिया का अपमान किया था।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस बार-बार संविधान बचाने की बात करती है, जबकि इतिहास गवाह है कि उसी पार्टी ने कई बार संविधान को कुचला है।
“संविधान की असली रक्षक है मोदी सरकार”
दुष्यंत गौतम ने कहा कि आज न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुता जैसे संवैधानिक स्तंभ केवल किताबों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि मोदी सरकार की नीतियों और शासन व्यवस्था की आधारशिला बन चुके हैं। “जहां कांग्रेस इन सिद्धांतों को केवल दिखावे के लिए इस्तेमाल करती रही, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने इन्हें योजना, नीति और क्रियान्वयन के स्तर पर सशक्त किया है,” उन्होंने जोड़ा।
संदेश स्पष्ट: आपातकाल नहीं दोहराया जा सकता
भाजपा द्वारा आपातकाल की वर्षगांठ पर यह बड़ा हमला कांग्रेस के अतीत को एक बार फिर से जनता के सामने लाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। भाजपा नेताओं ने स्पष्ट संकेत दिया कि वे 1975 जैसी किसी भी अलोकतांत्रिक घटना को दोहराने की अनुमति नहीं देंगे और देश को “लोकतंत्र के मंदिर” के रूप में बनाए रखने के लिए कटिबद्ध हैं।