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Jabalpur Mausam Update: झमाझम बारिश ने खोली नगर निगम की पोल, आधे घंटे में शहर जलमग्न | 32.1 मिमी बारिश ने सड़कें-गलियां बनाई तालाब

गुरुवार सुबह जबलपुर शहर में हुई करीब आधे घंटे की तेज बारिश ने नगर निगम की तैयारियों की पोल खोलकर रख दी। सुबह 8 बजे शुरू हुई मूसलधार बारिश का दौर 9:30 बजे तक लगातार जारी रहा, इस दौरान 32.1 मिलीमीटर (सवा इंच से अधिक) बारिश दर्ज की गई। बारिश इतनी तेज थी कि कई इलाकों में सड़कों से लेकर घरों-दुकानों तक पानी भर गया, नालियों और नालों का गंदा पानी रिहायशी क्षेत्रों में घुस गया।

नालों का गंदा पानी दुकानों-घरों में घुसा

राधाकृष्ण वार्ड, सिंधी कैंप और ठक्कर ग्राम जैसे इलाकों में नालियों की सफाई न होने के कारण पानी घरों और दुकानों तक पहुंच गया। एडवोकेट तरुण कुमार रोहितास ने बताया कि दो महीने से क्षेत्र में नालों की सफाई नहीं हुई, जबकि बारिश पूर्व साफ-सफाई जरूरी थी। वार्ड पार्षद को कई बार अवगत कराने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। नतीजा यह हुआ कि लोगों के किचन तक नाले का पानी घुस गया, किराना दुकानों में राशन की थैलियां और अन्य खाद्य सामग्री खराब हो गई।

जलनिकासी बाधित, अतिक्रमण बना बड़ी समस्या

शहर के प्रमुख इलाकों जैसे दमोह नाका, सिद्ध बाबा रोड, चेरीताल, हरदौल मंदिर और दीक्षितपुरा मार्ग पर दो फीट तक पानी भर गया। निचले इलाकों में स्थिति और गंभीर रही। सिद्ध बाबा इलाके में दुकानों और घरों में पानी घुस गया। स्थानीय नागरिकों ने बताया कि एक माह पूर्व सड़क निर्माण हुआ था, लेकिन पुरानी मिट्टी हटाए बिना सड़क ऊंची कर दी गई, जिससे पानी की निकासी रुक गई और जलभराव की स्थिति बन गई।

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सिविक सेंटर, न्यू रामनगर, लेमागार्डन, सिंधी कैंप और आनंद कॉलोनी जैसे क्षेत्रों में नालियों पर अतिक्रमण ने जलनिकासी को पूरी तरह ठप कर दिया है। लोगों ने प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जल्द सफाई और अतिक्रमण हटाने की मांग की है।

बारिश में ढह गए नगर निगम के दावे

नगर निगम द्वारा मानसून पूर्व सफाई और अतिक्रमण हटाने के तमाम दावे इस पहली तेज बारिश में ही फेल हो गए। हाल ही में जिन क्षेत्रों में नई सड़कें बनी हैं, वहां भी जलभराव की स्थिति बन गई। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि समय रहते सही प्लानिंग और नालियों की सफाई हुई होती, तो यह स्थिति न बनती।

बारिश से मिली राहत, लेकिन बढ़ी मुश्किल

भले ही तेज बारिश से तापमान में गिरावट आई और लोगों को गर्मी से राहत मिली, लेकिन जलप्लावन से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। गुरुवार को सुबह से शाम तक करीब 2 इंच बारिश दर्ज की गई। दोपहर बाद कुछ समय के लिए मौसम खुला लेकिन शाम 5:30 बजे के बाद फिर से बारिश शुरू हो गई। कछियाना, अग्रवाल कॉलोनी, नरघैया, बल्देवबाग, चेरीताल, दीक्षितपुरा सहित कई क्षेत्रों में पानी भर गया।

12 दिन से नहीं सूखी सड़कें

मानसून की शुरुआत के बाद से जबलपुर में पिछले 12 दिनों से लगातार रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिससे शहर की सड़कें लगातार भीगी हुई हैं। मोहल्लों तक में जलभराव की स्थिति बनी हुई है।

मौसम विभाग की चेतावनी

स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, गुरुवार शाम को एक घंटे के भीतर 40.02 मिमी बारिश दर्ज की गई। अधिकतम तापमान 29.05 डिग्री सेल्सियस (सामान्य से 4 डिग्री कम) और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री दर्ज किया गया। हवा में नमी की मात्रा सुबह 97% और शाम को 95% रही। विभाग ने अगले 48 से 72 घंटों के दौरान भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

निगम प्रशासन पर बढ़ा जनदबाव

गुरुवार को बारिश रुकने के दो घंटे बाद राधाकृष्ण वार्ड की पार्षद माधुरी सोनकर मौके पर पहुंचीं और सफाई कर्मियों को निर्देश दिए। भानतलैया जोन क्रमांक 8 की नाला गैंग सक्रिय हुई, लेकिन नागरिकों का गुस्सा शांत नहीं हुआ। लोगों ने महापौर को फोन कर तत्काल कार्रवाई की मांग की।

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बाज़ मीडिया जबलपुर डेस्क 'जबलपुर बाज़' आपको जबलपुर से जुडी हर ज़रूरी खबर पहुँचाने के लिए समर्पित है.
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