
जबलपुर, 29 जून 2025 – ‘मिट्टी में हाथ, दिल वतन के साथ’ के नारे के साथ, चिल्ड्रन इस्लामिक ऑर्गनाइजेशन (सीआईओ) ने जबलपुर के गोहलपुर स्थित अंजुमन इस्लामिक महिला कॉलेज में पर्यावरण संरक्षण के लिए एक शानदार कार्यक्रम का आयोजन किया। इस आयोजन में संगोष्ठी, अनुशासित रैली, और बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण शामिल रहा, जो सीआईओ के देशभर में 10 लाख पेड़ लगाने के संकल्प का हिस्सा है। यह मिशन बच्चों और समुदाय को एक हरे-भरे भारत के लिए प्रेरित कर रहा है।
नई दिल्ली में मिशन की शुरुआत
गौरतलब है की सीआईओ ने 25 जून को नई दिल्ली में जमात-ए-इस्लामी हिंद के केंद्रीय कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के साथ इस राष्ट्रीय मिशन का शुभारंभ किया।
जबलपुर का यह आयोजन सीआईओ के राष्ट्रीय मिशन का हिस्सा है। एक्स पर हालिया पोस्ट के अनुसार, सीआईओ ने नई दिल्ली, भोपाल, और अन्य क्षेत्रों में इस मिशन को शुरू किया है। यह मिशन अपनी नवीन सोच के लिए चर्चा में है, जो पर्यावरणीय कार्रवाई को बच्चों की भागीदारी और रचनात्मकता के साथ जोड़ता है।
जबलपुर सीआईओ इंचार्ज सुल्ताना बानो ने बताया कि यह मिशन 25 जून से 26 जुलाई 2025 तक देशभर में 10 लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य रखता है। आमरा बेगम, हुज़्मा फरत ने कहा, “सीआईओ बच्चों की सर्वांगीण प्रगति के लिए इस्लामी मूल्यों पर आधारित एक मंच है। हमारा मानना है कि प्रकृति से प्रेम की शिक्षा बचपन से शुरू होनी चाहिए। बच्चे सही मार्गदर्शन के साथ दुनिया बदल सकते हैं। यह मिशन बच्चों में पर्यावरण के प्रति प्रेम, जिम्मेदारी, और संरक्षण का जज्बा जगाने के लिए है, ताकि वृक्षारोपण को एक आनंददायक और अर्थपूर्ण राष्ट्रीय सेवा बनाया जाए।”
जबलपुर में उत्साहपूर्ण आयोजन
जबलपुर के अंजुमन कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम ने इस मिशन को स्थानीय स्तर पर जीवंत कर दिया। दिन की शुरुआत एक प्रेरक संगोष्ठी से हुई, जिसमें बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण की जरूरत पर जोरदार चर्चा की। उनकी प्रस्तुतियाँ और भावुक अपील ने उपस्थित लोगों को प्रभावित किया। इसके बाद, सीआईओ के सदस्यों ने कॉलेज प्रांगण में प्रेस ब्रीफिंग की, जिसमें मिशन के उद्देश्यों को दोहराया गया और सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया गया।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण एक अनुशासित रैली थी, जिसमें छात्रों और सीआईओ सदस्यों ने परिसर में मार्च किया, पर्यावरण संरक्षण के नारे लगाए और तख्तियाँ उठाईं, जिन पर हरे-भरे भविष्य के संदेश लिखे थे। रैली का समापन कॉलेज के मैदान में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण के साथ हुआ। बच्चों ने उत्साह के साथ पौधे लगाए, जिन्हें उन्होंने नई आशा का प्रतीक माना। सीआईओ ने बच्चों को प्रोत्साहित किया कि वे अपने पौधों का नाम रखें, उनकी देखभाल एक दोस्त की तरह करें, और अपने अनुभवों को चित्र, शायरी, या कहानियों के जरिए साझा करें।
मिशन का उद्देश्य और गतिविधियाँ
सकीला बानो, नाजिया बानो ने बताया कि इस मिशन के तहत बच्चे स्कूलों, मदरसों, मस्जिदों, पार्कों, और अपने घरों के सामने पेड़ लगाएँगे। “हर बच्चे को अपने पौधे को नाम देना है, उसे दोस्त मानकर उसकी देखभाल करनी है, और अपने जज्बात को चित्र, शिल्प, या शायरी के जरिए व्यक्त करना है,” उन्होंने कहा। मिशन को शैक्षिक, अर्थपूर्ण, और मनोरंजक बनाने के लिए कई गतिविधियाँ आयोजित की जाएँगी, जैसे:
- हरित शपथ समारोह: प्रकृति संरक्षण का संकल्प लेने की गतिविधियाँ।
- जुमे के खुतबों में पर्यावरण संदेश: धार्मिक मंचों के जरिए जागरूकता फैलाना।
- प्रकृति भ्रमण: बच्चों को जैव विविधता से परिचित कराना।
- कला, शायरी, और कहानी प्रतियोगिताएँ: पर्यावरणीय जागरूकता को रचनात्मक रूप से प्रस्तुत करना।
- सोशल मीडिया पर रील्स और वीडियो: बच्चे अपनी कोशिशों को छोटे वीडियो के जरिए साझा करेंगे।
आयशा बानो, महमूदा बानो ने बताया कि मिशन को प्रभावी बनाने के लिए सीआईओ सरकारी संस्थानों के साथ मिलकर स्वस्थ पौधे उपलब्ध कराएगा, उपयुक्त स्थानों की पहचान करेगा, और पर्यावरणीय शिक्षा सामग्री प्रदान करेगा। “हम सुनिश्चित करेंगे कि बच्चों को सही मार्गदर्शन मिले और लगाए गए पेड़ जीवित रहें व फलें-फूलें,” उन्होंने कहा।
प्रेरक नारे
मिशन को और उत्साहपूर्ण बनाने के लिए सीआईओ ने कुछ प्रेरक नारे जारी किए, जो स्कूलों, घरों, और सार्वजनिक स्थानों पर गूँजेंगे:
- “जहाँ हर बच्चा एक पेड़ लगाए, वहाँ हरियाली से दुनिया सज जाए।”
- “जब एक पत्ता मुस्कुराएगा, हर दिन हरा-भरा हो जाएगा।”
जबलपुर में सामूहिक प्रयास
अंजुमन इस्लामिक महिला कॉलेज में इस आयोजन की सफलता सीआईओ के सदस्यों, खासकर महिला नेताओं की मेहनत का नतीजा थी। सुल्ताना बानो, आमरा बेगम, हुज्मा फरत, शकीला बानो, नाजिया बानो, आयशा बानो, और महमूदा बानो सहित अन्य स्वयंसेवकों ने इस कार्यक्रम को भव्य और प्रभावी बनाया। उनकी कोशिशों ने समुदाय की एकता और पर्यावरणीय संकल्प को उजागर किया।
वृक्षारोपण अभियान में छात्र, शिक्षक, और सीआईओ सदस्य कंधे से कंधा मिलाकर पौधे लगाते नजर आए। कॉलेज प्रशासन ने इस पहल की सराहना की और इसे संस्थान के शैक्षिक और सामाजिक मूल्यों से जोड़ा।
व्यापक परिप्रेक्ष्य
अपील और भविष्य
सीआईओ के बच्चों ने सभी छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों, स्कूल प्रशासकों, और धार्मिक नेताओं से इस मिशन में सक्रिय भागीदारी की अपील की। “आइए, हम एक ऐसी पीढ़ी तैयार करें जो प्यार को कर्म में बदले। बनें पेड़ों के हीरो, बनें हरे-भरे दूत। हम मीडिया, शिक्षाविदों, सिविल सोसाइटी, और पर्यावरणीय संगठनों से अनुरोध करते हैं कि वे इस मिशन को प्रचारित करें और समर्थन दें। यह मिशन केवल आँकड़ों तक सीमित नहीं, बल्कि बच्चों के नेतृत्व में पृथ्वी संरक्षण का एक आंदोलन है।”