(जबलपुर) गुंडागर्दी के खिलाफ सराफा व्यापारी सड़क पर उतरे: आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग, दी आंदोलन की चेतावनी

जबलपुर – सुपर मार्केट के भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में स्थित सुहागन आभूषण भंडार में दिनदहाड़े हुए लूट व हमले की घटना ने जबलपुर के सराफा व्यापारियों को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना को लेकर व्यापारी वर्ग में भारी रोष है और वे अब खुलकर सड़कों पर उतर आए हैं। मंगलवार को जबलपुर सराफा एसोसिएशन के नेतृत्व में लगभग 500 ज्वेलर्स व्यापारियों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।
लूट, बलवा और जानलेवा हमला

ज्ञापन में बताया गया कि 21 जुलाई को सुहागन आभूषण भंडार में पूरी योजना के तहत अपराधियों की एक गैंग ने लूटपाट की, बलवा किया और जानलेवा हमला भी किया। यह वारदात शहर के घनी आबादी वाले इलाके में हुई, जिससे पूरे व्यापारिक समुदाय में दहशत फैल गई है।
व्यापारियों का कहना है कि अगर सुपर मार्केट जैसे सघन क्षेत्र में भी कारोबारी सुरक्षित नहीं हैं, तो शहर के बाहरी और उपनगरीय इलाकों में व्यापार कर रहे ज्वेलर्स किस भरोसे व्यापार करें?
पुलिस से मिले सिर्फ आश्वासन
व्यापारियों ने आरोप लगाया कि घटना को कई दिन बीत चुके हैं, लेकिन मुख्य अपराधी अब तक फरार हैं। पुलिस ने केवल आश्वासन दिया है कि जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई अब तक नहीं हुई है।
दी आंदोलन की चेतावनी
सराफा एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र और ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो संगठित तरीके से बड़ा आंदोलन किया जाएगा, जिसकी ज़िम्मेदारी प्रशासन की होगी।
व्यापारियों की एकजुटता
ज्ञापन सौंपने के दौरान मध्य प्रदेश सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष राजा सराफ, जबलपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय बख्तावर, उपाध्यक्ष नवीन सराफ, महेंद्र ओसवाल, सचिव अमित अग्रवाल, कोषाध्यक्ष ओम सोनी, सह-सचिव कृष्ण कुमार सुहाने, विवेक अग्रवाल, सुरेश सराफ, पवन समदड़िया, प्रभात जैन, अभिषेक कोठारी, मनोज चौधरी, प्रशांत चतुर्वेदी, संदीप भरा, अशोक जवेरी, नितिन जैन, सुनील जैन, पायल, अंकुर रावत, दिलीप अग्रवाल, एडवोकेट सुनील सोनी, मिंटू राजपूत, संतोष सोनी और मनोहर सोनी सहित बड़ी संख्या में व्यापारी मौजूद थे।
मांगें प्रमुख रूप से ये थीं:
- आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी
- सराफा व्यवसायियों की सुरक्षा के लिए ठोस रणनीति
- संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाना
- व्यापारिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी व सुरक्षा व्यवस्था अनिवार्य बनाना
व्यापारियों का कहना है कि अगर अब भी प्रशासन नहीं जागा तो उन्हें मजबूरी में व्यापार बंद कर शहरव्यापी आंदोलन करना पड़ेगा।