
हनुमानताल थाना क्षेत्र के आजाद नगर मोहरिया में शनिवार सुबह एक मामूली मोबाइल विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के घर में घुसकर आंखों में मिर्ची झोंककर चाकू और लोहे के पाइप से जानलेवा हमला कर दिया, जिसमें एक महिला समेत पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं दूसरी ओर, झगड़े में दूसरे पक्ष के दो लोग भी घायल हुए हैं। कुल 7 घायलों को उपचार के लिए विक्टोरिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां दो की हालत नाजुक बनी हुई है।
मोबाइल चार्जिंग से शुरू हुआ विवाद बना खूनी झगड़े का कारण
हनुमानताल पुलिस के अनुसार, मोहरिया निवासी अरमान खान ने अपने जानकार असाफ के घर मोबाइल चार्जिंग में लगाया था। मोबाइल गिरने से टूट गया, जिस पर अरमान ने मोबाइल सुधरवाने के लिए कहा। इसी बात को लेकर शनिवार सुबह करीब 8 बजे असाफ, सोनू और मोनू ने अरमान के घर आकर गाली-गलौज शुरू कर दी।

जब अरमान और उसके पिता बल्लू हलीम खान बाहर आए, तो हमलावरों ने उन पर लोहे के पाइप और चाकू से हमला कर दिया। असाफ ने चाकू से हलीम खान को घायल किया जबकि सोनू ने पाइप से पीटा। मोनू ने अरमान के सिर पर पाइप से वार किया और जान से मारने की धमकी दी।
दूसरे पक्ष की भी आपबीती, आरोपों का पलटवार
वहीं दूसरी ओर, मोहनिया राजाबाबा की कुटी निवासी मोहम्मद अकबर अंसारी ने बताया कि उनके यहां सलमान ने मोबाइल चार्जिंग में लगाया था और बाद में टूटने का आरोप लगाते हुए 2 हजार रुपये की मांग की जाने लगी। शनिवार सुबह अरमान और हलीम खान गाली-गलौज करने पहुंचे और जब मोहम्मद जावेद अंसारी ने विरोध किया, तो उस पर भी हमला कर दिया गया।
बीच-बचाव करने आए मोहम्मद अकबर, उनका बेटा सोहेल, असाब और पत्नी रुकसाना को भी चाकू से घायल कर दिया गया।
- मोहम्मद अकबर को कान के नीचे चाकू लगा
- जावेद को पीठ और कमर में
- सोहेल को सीने और कमर में
- रुकसाना को कमर और हाथ में चोट आई
घायल रुकसाना और सोहेल को गंभीर अवस्था में विक्टोरिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने दोनों पक्षों पर दर्ज किया मामला
हनुमानताल पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने धारा 296, 109(1), 3(5) बी एन एस के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है, लेकिन स्थिति को काबू में बताया जा रहा है।
स्थानीय नागरिकों में भय और आक्रोश
इस वारदात से इलाके में दहशत का माहौल बन गया है। मोहरिया जैसे घनी आबादी वाले इलाके में दिनदहाड़े घर में घुसकर हमला होने से लोग भयभीत हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि क्षेत्र में लगातार बढ़ रही आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस को सख्त कदम उठाने चाहिए।
क्या मोबाइल जैसा मामूली विवाद हिंसक झगड़े की वजह बन सकता है? जब कानून हाथ में लेने की प्रवृत्ति बढ़ती है, तो समाज में असुरक्षा भी उतनी ही तेजी से पनपती है। जबलपुर पुलिस के लिए यह एक चेतावनी है कि समय रहते हस्तक्षेप जरूरी है वरना हालात बिगड़ते देर नहीं लगेगी।