
उत्तर भारत में हो रही भारी बर्फबारी का असर जबलपुर सहित मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में देखा जा रहा है। रविवार को सुबह से ही आसमान पर बादल छाए रहे और बर्फीली हवाओं का सिलसिला जारी रहा, जिससे सर्दी की शिद्दत में इजाफा हुआ। सुबह और रात के समय घना कोहरा छा गया और शीतलहर का असर इतना बढ़ गया कि लोग दिन के समय भी अलाव के पास बैठकर तापते हुए नजर आए।
सर्दी के इस कड़े दौर के बीच, शीतकालीन अवकाश के बाद सोमवार से स्कूलों की शुरुआत हो रही है। ऐसे में बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए ठंड में सुबह-सुबह स्कूल जाना और भी कठिन हो सकता है। रविवार को दिनभर सूर्य की किरणों से भी राहत नहीं मिली, क्योंकि बादल आच्छादित रहे और धूप नहीं निकली। शाम होते-होते बर्फीली हवाओं की ठंडक में और बढ़ोतरी हो गई।
स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि जैसे ही बादल छंटेंगे, तापमान और तेजी से गिर सकता है। उत्तरी-पूर्वी हवाओं के कारण ठंड का असर अधिक महसूस हो रहा है, और हवा में अधिक नमी होने के कारण सुबह घना कोहरा बना रहा। इस मौसम में सर्दी और शीतलहर का असर ज्यादा महसूस हो रहा है, जिससे लोगों को अपने दैनिक कार्यों में दिक्कत हो रही है।
पिछले 24 घंटों के दौरान, जबलपुर शहर का अधिकतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1 डिग्री कम था। वहीं, न्यूनतम तापमान 8.0 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो सामान्य से 2 डिग्री कम था। हवा में नमी का स्तर भी अधिक रहा, जिसमें प्रातः काल में नमी 79 प्रतिशत और सायं समय में 64 प्रतिशत दर्ज की गई। सूर्योदय 6:53 बजे हुआ, जबकि सूर्यास्त शाम 5:40 बजे हुआ।
रविवार की शाम को हवा की तीव्रता और ठंडक में भी इजाफा हुआ, जिससे शहर के लोग अतिरिक्त गर्म कपड़ों से ढके हुए नजर आए। हवाओं की गति 3 से 4 किलोमीटर प्रति घंटा थी, और ये उत्तर-पूर्वी दिशा से चल रही थीं।
प्रदेश में सबसे कम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस मंडला जिले में दर्ज किया गया, जो इस समय की सबसे ठंडी जगह रही। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 24 घंटों के दौरान मौसम शुष्क रहेगा और बर्फीली हवाओं का असर जारी रहेगा।
पिछले साल 5 जनवरी को जबलपुर का अधिकतम तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 15.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो इस साल की तुलना में कहीं ज्यादा था।
मौसम विभाग ने आगामी दिनों में ठंड में और वृद्धि की संभावना जताई है, जिससे सर्दी का सितम और बढ़ सकता है।