
जबलपुर। जहां आजकल के अधिकांश नौजवान जन्मदिन को महज़ जश्न, खर्चीली पार्टियों और आवारगी का ज़रिया बना चुके हैं, वहीं जबलपुर के 20 वर्षीय नौजवान अदील सैय्यद ने अपने जन्मदिन को समाज और पर्यावरण की भलाई के नाम कर एक मिसाल कायम की है।
15 अगस्त — जो देश के लिए स्वतंत्रता दिवस का पावन दिन है — उसी दिन अपने जन्मदिन के अवसर पर अदील सैय्यद ने बहोराबाग कब्रिस्तान, हजरत शाह हाफिज क़ासिम बाबा की मज़ार एवं संजय गांधी वार्ड में कुल 100 पौधे लगाकर यह संदेश दिया कि असली खुशी वही है जो समाज और आने वाली पीढ़ियों के काम आए।

अदील की इस अनोखी पहल ने न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में ठोस कदम बढ़ाया, बल्कि नौजवान पीढ़ी के सामने एक नई सोच और सकारात्मक उदाहरण भी प्रस्तुत किया। उनके इस कार्य से स्पष्ट होता है कि युवा वर्ग यदि चाह ले तो अपने छोटे-छोटे प्रयासों से भी समाज में बड़ा बदलाव ला सकता है।
सम्मानित लोगों की मौजूदगी
इस विशेष अवसर पर समाज के कई सम्मानित लोग मौजूद रहे, जिन्होंने अदील के इस प्रयास की सराहना की। इनमें प्रमुख रूप से –
- पार्षद गुलाम हुसैन
- पूर्व पार्षद राजू लईक
- रमज़ान अली
- इक़बाल मंसूरी
- मुख़्तार अंसारी
- आज़म कुशेशी
- सोनू समीर
सहित कई साथीगण शामिल थे।
अदील सैय्यद का संदेश
इस अवसर पर अपने विचार साझा करते हुए अदील सैय्यद ने कहा:
“पेड़ लगाना ही भविष्य को संवारना है। पौधारोपण पर्यावरण संरक्षण की बुनियाद है और यह हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।”
अदील का यह कदम सिर्फ एक जन्मदिन की खुशी नहीं बल्कि समाज के लिए एक प्रेरणा है। जिस तरह उन्होंने व्यक्तिगत अवसर को सामूहिक भलाई के लिए उपयोग किया, वह नौजवानों के लिए एक नई राह खोलता है।