
जबलपुर। नगर निगम की साधारण सभा की बैठक गुरुवार को भारी हंगामे की भेंट चढ़ गई। बैठक की शुरुआत में ही कांग्रेस पार्षदों ने जनता की समस्याओं को उठाने की मांग करते हुए आसंदी के सामने धरना दे दिया। उनका आरोप था कि निगम प्रशासन वित्तीय संकट से जूझ रहा है, जनता की मूलभूत सुविधाओं की अनदेखी की जा रही है और विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है।
विपक्ष का आरोप – विकास कार्य ठप, कचरा कलेक्शन अस्त-व्यस्त

नेता प्रतिपक्ष अमरीश मिश्रा, अयोध्या तिवारी और हर्षित यादव ने कहा कि नगर निगम की सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। जिन ठेकेदारों को हटाया गया है उनकी जगह नई व्यवस्था नहीं की गई, जिससे डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का काम ठप पड़ा है। त्यौहारों के समय शहर गंदगी से जूझ रहा है और आम जनता शिकायतों के बावजूद निगम कार्यालयों के चक्कर काट रही है।
फ्लाईओवर पर भिड़े पार्षद
बैठक का सबसे गरम मुद्दा रहा मदनमहल–दमोहनाका फ्लाईओवर। अध्यक्ष रिंकू विज ने फ्लाईओवर को जबलपुर के लिए बड़ी सौगात बताते हुए लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह को इसका श्रेय दिया और उनके अभिनंदन का प्रस्ताव रखा। इस पर नेता प्रतिपक्ष अमरीश मिश्रा ने कड़ा विरोध किया। उनका कहना था कि इसकी नींव पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रखी थी और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी मंच से यह स्वीकार किया था।
इस पर भाजपा पार्षदों ने तीखी प्रतिक्रिया दी और दोनों दलों के बीच जोरदार बहस हो गई। माहौल गरमाते देख महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू को बीच-बचाव करना पड़ा।

महापौर का पलटवार

महापौर अन्नू ने विपक्ष के आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि कांग्रेस जनता की चिंता नहीं कर रही, बल्कि ठेकेदारों के हित साध रही है। उन्होंने दावा किया कि आंकड़े बताते हैं जबलपुर प्रदेश के दूसरे शहरों की तुलना में सबसे तेजी से तरक्की कर रहा है। महापौर ने कहा कि “कांग्रेस चाहे कुछ भी कहे, शहर की जनता प्रसन्न है और विकास कार्य लगातार चल रहे हैं।”
महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा
हंगामे और नारेबाजी के बाद भोजन अवकाश के बाद बैठक पुनः शुरू हुई। इस दौरान कई अहम प्रस्तावों पर चर्चा हुई और उन्हें पारित किया गया। इनमें –
- पेंशनर्स को महंगाई राहत,
- भूखण्डों का आवंटन निरस्त करना,
- लीज नवीनीकरण,
- महापुरुषों के नाम पर मार्गों का नामकरण,
- फ्लाईओवर क्षतिपूर्ति राशि,
- सोलर पॉवर प्लांट की स्थापना,
- ऑर्डर ऑफ टर्मिनेशन जारी करने जैसे विषय शामिल रहे।
टैक्स और जनहित के मुद्दों पर भी गरमाया माहौल
विपक्ष ने टैक्स वसूली में विसंगतियों और निगम प्रशासन द्वारा केंद्र-प्रदेश की उपलब्धियां गिनाने के मुद्दे पर भी आपत्ति जताई। विपक्ष का कहना था कि जनता निगम से अपनी समस्याओं का समाधान चाहती है, न कि राजनीतिक बयानबाजी।