
जबलपुर। शहर में बढ़ती वाहन चोरी की घटनाओं के पीछे सक्रिय कबाड़ी गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। गोहलपुर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो निगरानी बदमाश समेत चार शातिर चोरों और एक कबाड़ी को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से ई-रिक्शा, पांच दोपहिया वाहन, बैटरियां, स्टेप्नी और करीब 15 वाहनों के कटे हुए पुर्जे बरामद किए गए हैं। जब्त सामग्री की कीमत करीब 10 लाख रुपए आंकी गई है।
कैसे हुआ खुलासा
टीआई रीतेश पांडे ने बताया कि अधारताल निवासी दीप्ति तिवारी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 23 अगस्त को नए फ्लाईओवर के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान उनकी एक्टिवा सड़क किनारे से चोरी हो गई। मामले की जांच के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि आनंद नगर बस स्टॉप के पास एक युवक चोरी का वाहन बेचने की फिराक में खड़ा है।
पुलिस ने मौके पर दबिश देकर युवक को पकड़ा, जिसकी पहचान निगरानी बदमाश नावेद अंसारी के रूप में हुई। पूछताछ में नावेद ने चोरी की वारदात कबूल करते हुए अपने अन्य साथियों – शहजाद उर्फ चिरैया, इजहार उर्फ तुन्ना खान और फैजान अंसारी – के नाम बताए। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने पिछले छह महीनों में करीब 20 से अधिक दोपहिया वाहन, 1 ई-रिक्शा और 5-6 बैटरियां चोरी की हैं। इनमें से 16 वाहन औने-पौने दामों पर कबाड़ी अहतेशाम अख्तर को बेचे गए। गोहलपुर पुलिस थाने के अनुसार इस मामले में नावेद अंसारी पिता मोईनुद्दीन अंसारी, गाजी नगर, शहजाद उर्फ चिरैया गाजी नगर, इजहार उर्फ तुन्ना खान टेढ़ी नीम, फैजान अंसारी, निवासी नई बस्ती, कबाड़ी अहतेशाम अख्तर चारखम्बा को गिरफ्तार किया गया है।
दूसरे जिलों से भी आते थे चोरी के वाहन
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि यह गिरोह सिर्फ जबलपुर ही नहीं बल्कि दमोह, सतना, कटनी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, शहडोल, उमरिया और डिंडौरी जैसे जिलों से भी चोरी के वाहन मंगवाकर उन्हें काटकर कबाड़ में बदल देता था। यह पूरा नेटवर्क वाहनों को मिनटों में टुकड़ों में तब्दील कर देता, जिससे चोरी हुए सैकड़ों वाहनों का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया।
नियमों की धज्जियां
वाहन काटने से पहले कबाड़ी को नियम अनुसार वाहन मालिक से एनओसी, बैंक ऋण संबंधी अनापत्ति प्रमाण पत्र और रजिस्ट्रेशन समाप्ति प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य है। लेकिन शहर में सक्रिय कबाड़ी इन नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। बिना किसी दस्तावेज के वाहनों को कबाड़ में बदला जा रहा है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कबाड़ियों की कुंडली तैयार की जाएगी और उनकी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी, ताकि चोरी के वाहन कबाड़ में तब्दील न हो सकें और शहर में बढ़ती वाहन चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।