Gaza Updates : गाज़ा में फिलिस्तीनी रेज़िस्टेंस का बड़ा ऑपरेशन, 12 इज़रायली सैनिक मारे गए

गाज़ा। इज़रायल और फिलिस्तीन के बीच जारी भीषण संघर्ष के बीच गाज़ा पट्टी में बुधवार को फिलिस्तीनी रेज़िस्टेंस ने एक बड़ा हमला किया। इज़रायली मीडिया ने पुष्टि की है कि इस हमले में कम से कम 12 इज़रायली सैनिक मारे गए और कई अन्य घायल हुए हैं। यह हालिया संघर्ष में इज़रायली सेना को सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है।
विस्फोटक से उड़ाई इज़रायली हम्वे
स्थानीय सूत्रों और इज़रायली मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक़, रेज़िस्टेंस ने गाज़ा के दक्षिणी हिस्से में गश्त कर रहे इज़रायली सैनिकों के काफ़िले को निशाना बनाया। लड़ाकों ने पहले से लगाई गई शक्तिशाली इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) से इज़रायली हम्वे (Humvee) को उड़ा दिया।
हमले के बाद इलाके में जोरदार गोलीबारी हुई, जिससे इज़रायली सेना को भारी नुकसान हुआ। इज़रायली मीडिया ने इस ऑपरेशन को “बेहद कठिन और अप्रत्याशित” बताया और कहा कि यह क्षेत्र इज़रायली सेना के लिए “सुरक्षित ज़ोन” माना जा रहा था।
फिलिस्तीनी रेज़िस्टेंस का दावा
फिलिस्तीनी रेज़िस्टेंस समूहों का कहना है कि यह हमला गाज़ा पर लगातार हो रही इज़रायली बमबारी, नाकेबंदी और नागरिकों की मौत का जवाब है।
गाज़ा में पिछले कई हफ्तों से इज़रायल ने भीषण हमले किए हैं, जिनमें बड़ी संख्या में आम नागरिक मारे गए और लाखों लोग भूख व पानी की किल्लत झेल रहे हैं।
अल-मुजाहिदीन ब्रिगेड्स की कार्रवाई
हमले के तुरंत बाद अल-मुजाहिदीन ब्रिगेड्स ने बयान जारी कर बताया कि उनके लड़ाकों ने गाज़ा शहर के अल-ज़ैतून इलाके में इज़रायली सेना के मर्कावा (Merkava) टैंक को “सईर चार्ज” से सीधा निशाना बनाकर तबाह कर दिया।
अल-क़स्साम ब्रिगेड्स का रॉकेट अटैक
हमास की सैन्य शाखा अल-क़स्साम ब्रिगेड्स ने भी दावा किया कि उसके लड़ाकों ने दक्षिणी गाज़ा के खान यूनुस के पास मुरज्जा जंक्शन पर तैनात इज़रायली सैनिकों पर 107 एमएम रॉकेटों की बौछार की।
अल-क़स्साम ब्रिगेड्स ने कहा कि यह हमला अल-मुजाहिदीन ब्रिगेड्स के साथ संयुक्त ऑपरेशन था।
बढ़ता तनाव और अंतरराष्ट्रीय चिंता
गाज़ा में यह ताज़ा हमला पहले से जारी संघर्ष को और भड़का सकता है।
- अंतरराष्ट्रीय समुदाय लगातार युद्धविराम की अपील कर रहा है, लेकिन इज़रायली सेना गाज़ा पर हवाई हमले और ज़मीनी कार्रवाई जारी रखे हुए है।
- गाज़ा की घनी आबादी वाले इलाकों में बिजली, पानी और खाद्य आपूर्ति लगभग ठप हो चुकी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि 12 सैनिकों की मौत इज़रायली सेना के मनोबल पर सीधा असर डालेगी और आने वाले दिनों में संघर्ष और भी हिंसक हो सकता है।
गाज़ा के स्थानीय निवासियों ने बताया कि रातभर धमाकों और गोलीबारी की आवाज़ गूंजती रही और कई इलाकों में बचाव दलों को भी पहुंचने में मुश्किलें आईं।
गाज़ा पट्टी में यह हमला दिखाता है कि फिलिस्तीनी रेज़िस्टेंस अभी भी पूरी ताक़त के साथ लड़ाई में डटा हुआ है और इज़रायली सेना के “सुरक्षित ज़ोन” भी अब असुरक्षित हो चुके हैं।