
जबलपुर, 28 सितंबर ।
नवरात्रि और दुर्गोत्सव की धूम के बीच जबलपुर शहर के कई मोहल्लों में जल संकट गहराता जा रहा है। रमनगरा वाटर फिल्टर प्लांट की मेन राइजिंग लाइन बाजनामठ के पास एक बार फिर फूट गई है। नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि लाइन की मरम्मत कार्य पूरा होने में लगभग एक सप्ताह का समय लग सकता है। ऐसे में प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों को त्योहारों के बीच भी पानी के लिए जूझना पड़ेगा।
पूरी तरह ठप सप्लाई वाले क्षेत्र
सबसे ज्यादा संकट उन इलाकों में है जहां नलों से पानी की सप्लाई पूरी तरह बंद है।
- कोतवाली
- मोतीनाला
- देवताल
- सूपाताल
इन इलाकों के लोग पिछले कई दिनों से टैंकरों या निजी इंतजामों पर निर्भर हैं। स्थानीय निवासियों ने निगम प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि पर्याप्त संख्या में टैंकर नहीं भेजे जा रहे हैं, जिससे महिलाओं और बुजुर्गों को बर्तन-बाल्टियों के साथ पानी की तलाश में भटकना पड़ रहा है।
आंशिक सप्लाई वाले क्षेत्र
नगर निगम द्वारा वैकल्पिक लाइन से आंशिक जलापूर्ति की जा रही है, लेकिन वह भी केवल 10–15 मिनट की सीमित सप्लाई है।
- बिड़ला धर्मशाला
- मेडिकल कॉलेज
- राइट टाउन
- रामेश्वरम कॉलोनी
- आनंद नगर
- लेमा गार्डन
- सर्वोदय नगर
- मदर टेरेसा कॉलोनी
- राजीव नगर, करमेता, अमखेरा, सुहागी, खैरी सहित अन्य कई इलाके
इन क्षेत्रों में लोग सुबह से ही नल खुलने का इंतजार करते हैं और जब सप्लाई आती है तो मिनटों में खत्म हो जाती है।
विपक्ष का हमला
रविवार की शाम कांग्रेस पार्षद दल ने नेता प्रतिपक्ष अमरीष मिश्रा के नेतृत्व में फूटी पाइपलाइन का निरीक्षण किया। उन्होंने नगर सत्ता पर निशाना साधते हुए कहा—
- “साल में दो से तीन बार यही पाइपलाइन फूटती है, लेकिन नगर निगम कोई ठोस समाधान नहीं करता।”
- महापौर और एमआईसी सदस्यों पर केवल वाहवाही लूटने का आरोप लगाया गया।
- कांग्रेस ने चेतावनी दी कि यदि जल्द स्थायी समाधान नहीं निकाला गया तो आंदोलन किया जाएगा।
निरीक्षण में उपनेता प्रतिपक्ष शगुफ्ता गुड्डू उस्मानी, सचेतक आयोध्या तिवारी, पार्षद हर्षित यादव सहित अन्य पार्षद मौजूद रहे।
त्योहारों में दोहरी मुसीबत
दुर्गोत्सव और नवरात्रि जैसे बड़े पर्व पर शहर की आधी आबादी जल संकट से जूझ रही है।
- कई परिवारों को टैंकर का इंतजार करना पड़ रहा है।
- छोटे बच्चे और महिलाएं पानी के लिए बर्तन लेकर इधर-उधर भटक रहे हैं।
- पूजा-पाठ और आयोजन भी प्रभावित हो रहे हैं।
निगम प्रशासन का दावा
नगर निगम के कार्यपालन यंत्री कमलेश श्रीवास्तव का कहना है कि—
- मरम्मत कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है।
- पाइपलाइन की जटिल मरम्मत के कारण कम से कम एक सप्ताह का समय और लगेगा।
- तब तक प्रभावित क्षेत्रों को टैंकरों और सीमित बाईपास लाइन से पानी उपलब्ध कराया जाएगा।