
जबलपुर आज विजयादशमी की भव्यता में डूबने जा रहा है। ढोल-नगाड़ों की गूंज, जयकारों की प्रतिध्वनि और आस्था से सराबोर जनसैलाब, नगर की ऐतिहासिक पहचान बन चुके दशहरा चल समारोह का साक्षी बनेगा। गोविंदगंज रामलीला समिति के नेतृत्व में निकलने वाले इस जुलूस में दो दर्जन से अधिक झांकियां धार्मिक, सांस्कृतिक और समकालीन भारत की झलक पेश करेंगी। वहीं, रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतलों के दहन के साथ बुराई पर अच्छाई की परंपरागत विजय का दृश्य फिर एक बार जीवंत होगा।
जबलपुर, BAZ News Network। जयघोष, ढोल-नगाड़ों की थाप और दीपों की रौशनी के बीच आज पूरा जबलपुर विजयादशमी के ऐतिहासिक चल समारोह का गवाह बनेगा। दशकों से चली आ रही यह परंपरा केवल धार्मिक आयोजन ही नहीं, बल्कि जबलपुर की सांस्कृतिक धरोहर और सामाजिक समरसता का प्रतीक है।

नगर निगम चौक से होगा शुभारंभ
गोविंदगंज रामलीला समिति के नेतृत्व में मुख्य जुलूस गुरुवार 2 अक्टूबर को शाम 6 बजे नगर निगम चौक से निकलेगा। इससे पहले दोपहर 4 बजे जुलूस मिलौनीगंज छोटा फुहारा से प्रारंभ होकर निगम चौक पहुंचेगा। यहीं पर रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतलों का दहन किया जाएगा, जिसे देखने हजारों की संख्या में श्रद्धालु और नागरिक जुटेंगे।

2 दर्जन से अधिक भव्य झांकियां
रामलीला समिति के अध्यक्ष पं. अनिल तिवारी ने बताया कि इस बार जुलूस में दो दर्जन से अधिक झांकियां शामिल होंगी। इनमें परंपरागत राम-रावण युद्ध के साथ-साथ आधुनिक और राष्ट्रीय महत्व की झलक भी देखने को मिलेगी।
मुख्य झांकियां:
- राम-रावण युद्ध (चलित झांकी, सबसे बड़ा आकर्षण)
- ऑपरेशन सिंदूर
- आत्मनिर्भर भारत
- आदि योगी शिव और अघोरी चंडाल
- हनुमानजी का सुरसा के मुख में प्रवेश
- भगवान लक्ष्मीनारायण और शिवपूजन
- ऑपरेशन एशियाकप
- देवभूमि आपदा
- ग्रीन एनर्जी
इसके अतिरिक्त भी कई पारंपरिक झांकियां निकाली जाएंगी, जिनमें लोक संस्कृति और धार्मिक आस्था की झलक साफ़ दिखाई देगी।
सुरक्षा और व्यवस्थाएं
नगर निगम और पुलिस प्रशासन ने आयोजन को लेकर कड़े इंतज़ाम किए हैं।
- मार्ग की सफाई, चूने की लाइन, बैरीकेटिंग की जा चुकी है।
- निगम आयुक्त रामप्रकाश अहिरवार ने बताया कि जुलूस पथ की स्ट्रीट लाइटें दुरुस्त कर दी गई हैं और विसर्जन स्थलों पर घाटों की मरम्मत व सफाई कराई जा चुकी है।
- पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय के अनुसार जुलूस मार्ग पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहेगा। संवेदनशील क्षेत्रों में सीएसपी और मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारी मौजूद रहेंगे।
- पुलिस कंट्रोल रूम से पूरे जुलूस की निगरानी सीसीटीवी और वायरलेस सेट के माध्यम से की जाएगी।
उपनगरीय क्षेत्रों में दशहरा जुलूस
जबलपुर शहर के साथ-साथ इसके उपनगरीय क्षेत्रों में भी विजयादशमी का उत्सव पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा।
- सदर: प्रसिद्ध दशहरा जुलूस का नेतृत्व धनुष यज्ञ रामलीला समिति करेगी। रात 10 बजे से प्रारंभ जुलूस प्रतिमाओं को लेकर सदर तालाब पहुंचेगा। विसर्जन अगले दिन नर्मदा नदी में किया जाएगा। रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतलों का दहन आरसी ग्राउंड में होगा।
- शास्त्री नगर (गढ़ा पुरवा, धन्वंतरी नगर): शाम 7 बजे विशाल जुलूस निकलेगा। इसमें कई झांकियां होंगी, वानर सेना शामिल होगी और भगवान श्रीराम पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा होगी।
- गढ़ा: 3 अक्टूबर को शाम 7 बजे गढ़ा रामलीला समिति के नेतृत्व में जुलूस निकलेगा, जिसमें क्षेत्र की सभी प्रतिमाएं शामिल होंगी। विसर्जन तिलवारा घाट में होगा।
- कांचघर: 3 अक्टूबर को शाम 7 बजे रामलीला मैदान जीसीएफ स्टेट से जुलूस निकलेगा। इसमें 12 दुर्गा और महाकाली सहित कई धार्मिक झांकियां शामिल होंगी।
- अधारताल: 3 अक्टूबर को रद्दी चौकी से प्रारंभ होकर पारंपरिक मार्गों से अधारताल पहुंचेगा, जहां विसर्जन होगा।
- रांझी: आज दोपहर 3 बजे से श्री राधाकृष्ण मंदिर रांझी बस्ती से जुलूस निकलेगा। रात 8 बजे रावण पार्क में 45 फुट ऊँचे रावण का दहन होगा।
जवारों के विसर्जन जुलूस
विजयादशमी की पूर्व संध्या पर देवी-देवालयों से जवारों के विसर्जन जुलूस भी निकले। परंपरा के अनुसार, यह क्रम शरद पूर्णिमा तक चलता रहेगा। बड़ी खेरमाई, बूढ़ी खेरमाई जैसे प्राचीन देवी मंदिरों से निकले जवारे बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहे हैं।



