
जबलपुर, संवाददाता। सोशल मीडिया पर हथियार लहराने और वीडियो अपलोड करने वालों पर अब पुलिस का शिकंजा कसने लगा है। रांझी थाना पुलिस ने इंस्टाग्राम पर हाथ में चाकू लेकर वीडियो बनाकर अपलोड करने वाले युवक आदित्य राजपूत को हिरासत में लिया है। पुलिस ने आरोपी के पास से चाकू भी जब्त किया है और कान पकड़वाकर सोशल मीडिया पर माफी मंगवाई है।
इंस्टाग्राम पर डाली थी वीडियो
थाना प्रभारी उमेश गोलानी ने बताया कि कुछ दिन पहले एक युवक द्वारा अपनी इंस्टाग्राम आईडी से ऐसा वीडियो पोस्ट किया गया था, जिसमें वह हाथ में चाकू लेकर पोज़ दे रहा था। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने युवक की तलाश शुरू की।
मुखबिर से सूचना मिलने पर पुलिस ने घेराबंदी कर आदित्य राजपूत को हिरासत में लिया।
पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की और उसके पास से चाकू भी जब्त किया गया। युवक ने सोशल मीडिया पर वीडियो डालने की बात स्वीकार की। बाद में पुलिस ने उसे कान पकड़वाकर सार्वजनिक रूप से माफी भी मंगवाई।
सोशल मीडिया पर बढ़ती हथियार संस्कृति पर चिंता
रांझी पुलिस का कहना है कि इस तरह के वीडियो न केवल कानून का उल्लंघन हैं, बल्कि समाज में गलत संदेश भी फैलाते हैं।
ऐसे मामलों में पुलिस अब सख्त कार्रवाई की नीति पर चल रही है।
थाना प्रभारी ने बताया कि —
“सोशल मीडिया पर हथियार दिखाकर वीडियो पोस्ट करना अपराध है। ऐसे युवक अपनी छवि दिखाने के चक्कर में अपराध की राह पकड़ लेते हैं। पुलिस ऐसे सभी मामलों में सख्ती से कार्रवाई करेगी।”
ठंडी पड़ी कुछ पुरानी घटनाओं की जांच
हालांकि, इस कार्रवाई के साथ ही शहर में यह चर्चा भी तेज है कि कुछ मामलों में पुलिस की कार्रवाई धीमी पड़ी हुई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि घमापुर थाना क्षेत्र में 3 अक्टूबर को रामलीला जुलूस के दौरान हुई हवाई फायरिंग के मामले में अभी तक ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
रामलीला जुलूस में मची थी भगदड़
3 अक्टूबर की रात जीसीएफ रामलीला जुलूस में श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच दनादन हवाई फायरिंग हुई थी।
करीब 11 बजे हुई इस घटना से भगदड़ मच गई थी।
बताया गया कि क्षेत्र में दबदबा कायम रखने और रौब दिखाने के लिए दोनों राजनीतिक दलों के नेताओं ने अलग-अलग स्थानों पर स्वागत मंच लगाए थे।
भीड़ में करीब 3 हजार लोग मौजूद थे, तभी अचानक गोली चलने की आवाज आई और उसके बाद दोनों ओर से हवाई फायरिंग होने लगी।
इस घटना में एक युवक के सिर में चोट आई थी, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित तो कर लिया, लेकिन अब तक फायरिंग करने वालों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, जिससे लोगों में नाराजगी बनी हुई है।
पुलिस की दोहरी कार्रवाई पर उठे सवाल
रांझी पुलिस की चाकू वीडियो मामले में तत्परता की सराहना हो रही है, लेकिन साथ ही यह सवाल भी उठ रहे हैं कि
जब सोशल मीडिया पर फायरिंग का वीडियो भी वायरल हुआ, तो उस पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
स्थानीय लोगों का कहना है कि—
“अगर पुलिस सभी मामलों में समान गंभीरता दिखाए, तो शहर में अपराधियों का खौफ खत्म हो जाएगा।”
सोशल मीडिया पर हथियार दिखाना अपराध
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति सोशल मीडिया पर हथियार या खतरनाक वस्तु लेकर वीडियो न बनाए या पोस्ट न करे।
ऐसे कृत्य आर्म्स एक्ट, आईटी एक्ट और आईपीसी की धाराओं के तहत दंडनीय अपराध हैं।
रांझी पुलिस की कार्रवाई ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब सोशल मीडिया पर दिखावा करने वालों के खिलाफ कानूनी सख्ती होगी।
हालांकि, शहरवासियों की उम्मीद है कि ऐसी तत्परता सभी गंभीर मामलों में भी दिखाई जाए ताकि कानून का डर और पुलिस की साख दोनों कायम रहें।