
जबलपुर, संवाददाता। शहर में ऑनलाइन ठगी का एक और मामला सामने आया है। इस बार जालसाजों ने एक जनरल स्टोर कारोबारी को अपनी ठगी का शिकार बनाया। पत्नी के इलाज के लिए ऑनलाइन डॉक्टर का नंबर सर्च करना कारोबारी को भारी पड़ गया। ठगों ने ऑनलाइन अपॉइंटमेंट के नाम पर व्यापारी के खाते से ₹2,55,682 रुपए उड़ा लिए। ठगी का शिकार हुए पीड़ित ने साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है।
पत्नी के इलाज के लिए की डॉक्टर की सर्चिंग
गंजीपुरा निवासी सुधीर नायक शहर में जनरल स्टोर चलाते हैं। उन्होंने साइबर सेल को दी शिकायत में बताया कि उनकी पत्नी के पैरों में लंबे समय से दर्द है।
4 अक्टूबर को दुकान पर बैठे-बैठे उन्होंने मोबाइल पर जबलपुर, भोपाल और नागपुर के बेस्ट न्यूरो सर्जन डॉक्टरों की सर्चिंग शुरू की। इसी दौरान उन्हें जस्ट डायल पर एक नंबर मिला। जब उन्होंने उस नंबर पर कॉल किया तो सामने से एक व्यक्ति ने कहा कि “डॉक्टर फिलहाल व्यस्त हैं, कल संपर्क करें।”
ठग ने भेजी लिंक और फाइल
5 अक्टूबर की शाम सुधीर नायक के मोबाइल पर 8087841889 नंबर से कॉल आया।
फोन करने वाले ने कहा कि डॉक्टर आज व्यस्त हैं लेकिन ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लिया जा सकता है। इसके लिए उसने सुधीर नायक को एक लिंक और “APG फाइल” भेजी।
ठग ने बताया कि सिर्फ ₹10 का शुल्क जमा कर अपॉइंटमेंट कन्फर्म हो जाएगा।
व्यापारी को अंदेशा था कि अंजान लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए, लेकिन उन्होंने डॉक्टर का नंबर पक्का कराने की जल्दबाजी में लिंक पर क्लिक कर दिया।
लिंक खुलते ही लिखा आया कि ₹10 का पेमेंट करें और डॉक्टर से मिलने का स्लॉट बुक करें। सुधीर ने जैसे ही पेमेंट पर क्लिक किया, उनका बैंक खाता एपीजी फाइल से जुड़ गया।
चंद घंटों में उड़ गए लाखों रुपए
6 अक्टूबर को सुधीर नायक के मोबाइल पर लगातार कई बैंक ट्रांजेक्शन अलर्ट आने लगे। जब उन्होंने खाता चेक किया तो उनके होश उड़ गए।
सिर्फ कुछ ही घंटों में ₹2,55,682 रुपए खाते से निकल चुके थे।
7 अक्टूबर को भी उनके खाते से ₹1 का टेस्ट ट्रांजेक्शन किया गया।
8 से 10 अक्टूबर तक सुधीर नायक लगातार बैंक और थाना लार्डगंज के चक्कर लगाते रहे लेकिन अब तक उनका पैसा वापस नहीं मिल सका है।
साइबर सेल कर रही जांच
ठगी की शिकायत मिलने के बाद साइबर सेल ने जांच शुरू कर दी है।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि भेजी गई लिंक किसी विदेशी सर्वर या पेमेंट गेटवे से जनरेट की गई थी।
साइबर टीम अब उस मोबाइल नंबर और अकाउंट की लोकेशन ट्रेस कर रही है, जहां रकम ट्रांसफर हुई।
साइबर सेल की अपील – सावधानी ही बचाव
साइबर सेल अधिकारियों ने लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है –
- किसी अनजान लिंक या फाइल (.apk, .apg) को डाउनलोड न करें।
- डॉक्टर या अस्पताल का अपॉइंटमेंट केवल विश्वसनीय वेबसाइट या ऐप (जैसे Practo, Apollo, Just Dial verified) से ही बुक करें।
- किसी भी संदिग्ध कॉल या पेमेंट लिंक से बचें।
- ठगी की स्थिति में तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें।
साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि अब ऑनलाइन ठग लोगों की संवेदनाओं और जरूरतों को निशाना बना रहे हैं। इलाज, दवा या अपॉइंटमेंट के नाम पर भोले-भाले लोगों को फंसाया जा रहा है।
डिजिटल युग में सतर्कता और जागरूकता ही सुरक्षा का सबसे बड़ा हथियार है।