गाजा में मौत का नंगा नाच जारी, पिछले 24 घंटे में रिकार्ड तोड़ मौतें

जब दुनिया रमजान की तैयारी में जुटी है, तब फलस्तीन की आवाम तदफीन की तैयारी में लगी हुई है। गाजा में हर तरफ मौत का मातम है। कोई इजरायलीय बमों का शिकार होकर मर रहा है। कोई गोलियों का शिकार होकर मर रहा है। जो इनसे बच रहे हैं, वो भूख, बीमारी और इलाज न मिलने से मर रहे हैं। इंसानी दुनिया की तारीख का सबसे बड़ा कत्लेआम जारी है।
गाजा में जारी कत्लेआम में पिछले पिछले 24 घंटों में 85 और फिलिस्तीनी शहीद हो गए और 130 घायल हो गए। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, 7 अक्टूबर, 2023 से जारी इजरायली आक्रामकता के परिणामस्वरूप गाजा में 31 हजार 45 फिलिस्तीनी शहीद हो गए हैं और 72 हजार 654 घायल हो गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इज़रायली आक्रमण के शिकार 72 प्रतिशत महिलाएं और बच्चे हैं।
जो लोग फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ें पर सवाल उठाते उनके लिये यहां बताते चलें की बीते दिनों संयुक्त राष्ट्र एजेंसी यूएनआरडब्ल्यूए ने कहा कि गाजा के कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्र में चल रहे इजरायली हमले में हर दिन औसतन 63 महिलाएं शहीद हो रही हैं। यूएनआरडब्ल्यूए के अनुसार, हर दिन मरने वाली महिलाओं में 37 माएं शामिल हैं जो अपने बच्चों और परिवारों को पीछे छोड़ जाती हैं।

राहत रोकने से मर रहे बच्चे……….
वहीं दूसरी तरफ जो मासूम बच्चे इजरायली बम्बारी में बच रहे हैं, वो भूख और कुपोषण का शिकार हो रही है।
गाजा में फिलिस्तीनियों को मदद रोकने की इजरायली जुल्म के कारण बीते 24 घंटे में कुपोषण से 3 और बच्चों की मौत हो गई। अरब मीडिया के मुताबिक, गाजा के अल-शफा अस्पताल में कुपोषण से 3 और बच्चों की मौत हो गई, अब तक 23 फिलिस्तीनी बच्चों की कुपोषण से मौत हो चुकी है।
9 हजार औरते शहीद…..
संयुक्त राष्ट्र की एजेन्सी यूएनआरडब्ल्यूए ने कहा कि गाजा में जारी इजरायली आक्रमण के परिणामस्वरूप अब तक 9 हजार महिलाएं शहीद हो चुकी हैं। इज़रायली हमले में सबसे अधिक प्रभावित महिलाएं और बच्चे हैं, जिन्हें भोजन की कमी के साथ-साथ कठोर मौसम के दौरान विस्थापन का भी सामना करना पड़ रहा है। यूएनआरडब्ल्यूए के अनुसार, गाजा में कई मरने वाली कई माओं की मौत इस सिर्फ इसलिये हुई कि उन्होंने खुद अपने परिवार के लिए भोजन उपलब्ध कराने के लिए खुद को भूखा रखने के लिए मजबूर होना पड़ता है।