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रतन टाटा के जीवन से जुड़े 6 रोचक और प्रेरणादायक किस्से

मुंबई (ईएमएस) – रतन टाटा, भारतीय उद्योग के प्रतीक, के जीवन से जुड़े कई किस्से न केवल प्रेरणादायक हैं, बल्कि हमें चुनौतियों का सामना करने की कला भी सिखाते हैं। यहाँ उनके कुछ रोचक किस्सों का जिक्र किया जा रहा है:

  1. टाटा नैनो का सपना रतन टाटा का सबसे प्रसिद्ध किस्सा टाटा नैनो से जुड़ा है। उन्होंने एक दिन एक परिवार को स्कूटर पर देखा, जिसमें माता-पिता और दो बच्चे एक ही स्कूटर पर सवार थे। यह दृश्य देखकर उन्होंने सोचा कि परिवार को एक सुरक्षित और सस्ती कार मिलनी चाहिए। इस विचार से टाटा नैनो की परिकल्पना हुई, जो दुनिया की सबसे सस्ती कार बनी और उनकी सादगी का प्रमाण है।
  2. जगुआर-लैंड रोवर का अधिग्रहण 2008 में, टाटा समूह ने जगुआर और लैंड रोवर को खरीदा, जो विश्वभर में चर्चा का विषय बना। मजेदार यह है कि इससे पहले, रतन टाटा की कंपनी ने फोर्ड को अपने टाटा मोटर्स का हिस्सा बेचने पर विचार किया था। उस समय, फोर्ड के अधिकारियों ने टाटा के प्रति अपमानजनक टिप्पणी की थी। जब फोर्ड ने जगुआर-लैंड रोवर बेचना चाहा, तब रतन टाटा ने उसे खरीदा और मुनाफे में तब्दील कर दिया। यह किस्सा उनकी विनम्रता और दूरदर्शिता को दर्शाता है।
  3. एक चाय के कप पर सौदा रतन टाटा हमेशा सादगी में विश्वास रखते हैं। एक बार, वे अमेरिका में विमान सौदे के लिए गए थे। वहाँ उन्हें शानदार लंच ऑफर किया गया, लेकिन उन्होंने साधारण कप चाय पीते हुए पूरा सौदा किया। यह उनकी स्पष्टता और साधारण जीवनशैली का प्रतीक है।
  4. 9/11 हमले से बाल-बाल बचे रतन टाटा ने 11 सितंबर 2001 को न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में मीटिंग तय की थी, लेकिन वह अंतिम समय पर उस मीटिंग में शामिल नहीं हो पाए। हमले में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर ध्वस्त हो गया, और वे बच गए। यह किस्सा बताता है कि कभी-कभी परिस्थितियाँ आपके पक्ष में भी होती हैं।
  5. एक साधारण व्यक्ति की मदद एक बार, रतन टाटा ने देखा कि एक व्यक्ति मॉल के बाहर अपनी कार को स्टार्ट करने में संघर्ष कर रहा था। टाटा ने खुद उसकी मदद की, और जब उस व्यक्ति ने रतन टाटा को पहचाना, तो वह हैरान रह गया कि इतनी बड़ी शख्सियत ने उसकी मदद की। यह उनकी विनम्रता को दर्शाता है।
  6. टाटा परिवार का परोपकार रतन टाटा का मानना था कि व्यापार केवल मुनाफा कमाने के लिए नहीं, बल्कि समाज की सेवा के लिए भी होता है। टाटा समूह का 60% हिस्सा विभिन्न ट्रस्टों के पास है, जो शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास में योगदान देता है। यह उनकी परोपकारी सोच और समाज के प्रति गहरे समर्पण को दर्शाता है।

रतन टाटा की ये कहानियाँ हमें सिखाती हैं कि सफलता के साथ सादगी, दयालुता और जिम्मेदारी भी आवश्यक है। उनका जीवन हमेशा प्रेरणा का स्रोत रहेगा।

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