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अमेरिकी डॉक्टरों का दावा गाजा में 92 हजार लोग शहीद हो चुके

फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े कह रहे हैं कि अब तक करीब 39 हजार फलस्तीनी शहीद हुये हैं। लेकिन गाजा में खिदमत कर रहे 45 से अधिक अमेरिकी डॉक्टरों और नर्सों ने दावा किया है कि यहां 39 हजार नहीं 92 हजार से अधिक फलस्तीनी शहीद हो चुके हैं। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति बाईडन को लिखे अपने संयुक्त पत्र में कहा है कि गाजा में हमने महिलाओं और बच्चों पर हो रहे असहनीय जुल्म को अपनी आंख से देखा है, हम इन्हें भूल नहीं सकते हैं।

गाजा में स्वेच्छा से काम करने वाले करीब 45 अमेरिक चिकित्सकों और नर्सों ने अमेरिकी प्रशासन को एक पत्र लिखा है, जो शुक्रवार को अमेरिका पहुंचा। जिसमें कहा गया है कि ‘इज़राइल’ ने गाजा में चल रहे नरसंहार के दौरान 90,000 से अधिक फिलिस्तीनियों की जान ले ली और कब्जे के युद्ध अपराधों और अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून के उल्लंघन खुलेआम किया है।

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आठ पन्नों के पत्र में कहा गया है, ‘राष्ट्रपति बिडेन और उपराष्ट्रपति हैरिस, इस समस्या का समाधान तत्काल और स्थायी युद्धविराम से शुरू होना चाहिए।’ पत्र में मांग की गई है कि संयुक्त राज्य अमेरिका इजरायल के खिलाफ हथियार प्रतिबंध लगाए, साथ ही युद्धविराम लागू होने तक अपने राजनयिक, आर्थिक और सैन्य समर्थन को वापस ले।

चिकित्सकों ने लिखा है कि, अनुमान है कि इस संघर्ष में मरने वालों की संख्या 92000 से अधिक है, जो कि गाजा की आबादी का आश्चर्यजनक 4.2 प्रतिशत है,’ उन्होंने दावा किया कि वास्तविक मृत्यु दर फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से काफी अधिक है। गौरतलब है कि फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार 39,000 से अधिक लोग मारे गए हैं।

चिकित्सकों ने राष्ट्रीय सहायता कार्यकर्ताओं, अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवकों और नागरिकों का जिक्र करते हुए कहा, ‘केवल गिने चुने लोगों को छोड़कर, गाजा में हर कोई बीमार, घायल या दोनों है।’

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स्वास्थ्य स्वयंसेवकों ने गार्जियन से कहा कि इजरायली कब्जे वाले स्नाइपर जानबूझकर नागरिकों को निशाना बना रहे थे, उन्होंने अपने पत्र में जोर देकर कहा कि फिलिस्तीनियों में अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं।

उन्होंने पत्र में कहा, ‘हम महिलाओं और बच्चों पर हो रही असहनीय जुल्म के नजारों को नहीं भूल सकते हैं, जिन्हें हमने खुद देखा है।

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