तेल अवीव — रविवार सुबह, हिजबुल्लाह ने उत्तरी इजरायल पर ताबड़तोड़ रॉकेट हमले किए, जिन्हें हालिया नुकसान का प्रतिशोध माना जा रहा है। रिपोर्टों के अनुसार, हिजबुल्लाह ने एक ही दिन में 300 से अधिक रॉकेट दागे, जिनमें से 85 केवल आधे घंटे के भीतर लॉन्च किए गए। ये हमले विशेष रूप से हाइफा और नहरिया के पास के क्षेत्रों में केंद्रित थे।
इजरायली सेना की प्रतिक्रिया
इजरायली सेना (आईडीएफ) ने अधिकांश रॉकेटों को नष्ट करने का दावा किया, लेकिन कुछ रॉकेट उत्तरी इजरायल के विभिन्न क्षेत्रों में गिरे हैं। रविवार सुबह, लेबनान से प्रोजेक्टाइल आने के बाद इजरायली एयर डिफेंस सक्रिय हुआ और सायरन बजने लगे। कुछ रॉकेट किर्यत बालिक, त्सुर शालोम और मोरेशेट में गिरे हैं।
सुरक्षा उपाय और कर्फ्यू
इन घटनाओं के बाद, इजरायल ने उत्तरी क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू कर दिया है और सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं। होम फ्रंट डिफेंस गाइडलाइन में भी बदलाव किया गया है। नए निर्देशों के अनुसार, खुली जगहों पर केवल 10 लोग इकट्ठा हो सकते हैं, जबकि बंद स्थानों में 100 लोगों की अनुमति है। समुद्री बीच भी बंद कर दिए गए हैं और केवल शेल्टर के निकट के स्थानों पर जाने की अनुमति है।
क्षेत्रीय तनाव और अंतरराष्ट्रीय चिंता
इस स्थिति ने न केवल इजरायल की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है, बल्कि क्षेत्र में तनाव भी बढ़ा दिया है। दोनों पक्षों के बीच बढ़ते संघर्ष को देखते हुए, अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंताएं भी बढ़ गई हैं, और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिशें शुरू की जा चुकी हैं। उल्लेखनीय है कि लेबनान में हालिया पेजर ब्लास्ट के बाद हिजबुल्लाह ने इजरायल पर हमले की धमकी दी थी।
हिजबुल्लाह का यह ताजा हमला उत्तरी इजरायल में सुरक्षा और शांति के लिए एक गंभीर चुनौती पेश कर रहा है। क्षेत्र में बढ़ते तनाव और संघर्ष को देखते हुए, वैश्विक समुदाय को इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सक्रिय कदम उठाने की आवश्यकता है।