लेबनान इजरायल जंग: इजराइली हवाई हमलों में 274 शहीद, हिजबुल्लाह फोर्सेज बार्डर की तरफ रवाना
बीते 20 साल का सबसे बड़ा हमला इसराइल ने लेबनान पर सोमवार के दिन किया है. इसराइल के इस हमले में 248 से ज्यादा की मौत हुई है वहीं 1000 से ज्यादा घायल हुए है.
हमले के बाद से पूरी दुनिया में कोहराम मच गया है. दुनिया इस हमले को इसराइल और लेबनान के बीच फुल स्केल जंग की शुरुआत के तौर पर देख रही है.
तुर्की और ईरान ने जहां इसराइल के इस हमले की कड़ी निंदा की है तो वहीं दुनिया के सभी प्रमुख देशों ने इसराइल और लेबनान से संयम बरतने और जंग को तत्काल रोकने की अपील की है.
इस हमले के बाद हिजबुल्लाह के डिप्टी कमांडर का बयान सामने आया है उन्होंने कहा है कि अब जंग दोनों ओर से खुल चुकी है और इसका कोई भी अंत हो सकता है.
वही इसराइल ने सोमवार के दिन लेबनान में चेतावनी वाले पर्चे बरसाएं हैं जिसमें लिखा है कि अगर जान की सलामती चाहते हो तो लेबनान के बॉर्डर से लगे शहरों को खाली करके चले जाओ.
सोमवार के घटनाक्रम को लेबनान और इजरायल की जंग के आधिकारिक आगाज के रूप में देखा जा रहा है.
274 लोगों की मौत
लेबनानी स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार, सोमवार को इजराइली हवाई हमलों में 274 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 21 बच्चे शामिल हैं। यह हिंसा की अब तक की सबसे घातक घटना है, जो 7 अक्टूबर को गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद से हुई है। युद्ध की शुरुआत उस समय हुई जब फिलिस्तीनी चरमपंथी संगठन हमास ने इजरायल पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया। इस संघर्ष में हिज़्बुल्लाह और अन्य ईरान समर्थित समूह भी शामिल हो गए हैं।
इजरायल ने 800 हिज़्बुल्लाह ठिकानों पर किए हमले
इजरायल ने कहा कि उसने दक्षिण और पूर्वी लेबनान में करीब 800 हिज़्बुल्लाह ठिकानों पर हमला किया। इसके अलावा, इजरायल ने बेरूत में एक “विशिष्ट लक्ष्य” पर हमला किया, जो कि हिज़्बुल्लाह के एक वरिष्ठ ऑपरेटिव का ठिकाना था। लेबनानी मीडिया के अनुसार, देश के पूर्वी हिस्से में नए हवाई हमले हुए, जबकि हिज़्बुल्लाह ने इजरायल के पांच ठिकानों पर हमले किए।
हिज़्बुल्लाह की जवाबी कार्रवाई
हिज़्बुल्लाह ने इजरायल के उत्तरी क्षेत्र के पास स्थित कई सैन्य ठिकानों पर रॉकेट दागे। संगठन ने कहा कि उसने दक्षिणी लेबनान और बेका घाटी में इजरायल के दो ठिकानों पर “दर्जनों रॉकेट” दागे, यह हमले इजरायल के दक्षिणी और पूर्वी लेबनान पर हमलों के जवाब में किए गए।
हजारों लोग विस्थापित, स्कूल बंद
लेबनानी स्वास्थ्य मंत्री फिरास अबियाद ने कहा कि “लक्ष्य वाले क्षेत्रों से हजारों परिवारों को विस्थापित होना पड़ा है”। एक अधिकारी बिलाल काचमार ने बताया कि सैकड़ों लोगों ने अपने घर छोड़ दिए हैं। लेबनान के शिक्षा मंत्री ने घोषणा की कि लक्षित क्षेत्रों में स्कूल दो दिन के लिए बंद रहेंगे।
इजरायल ने चेताया, और बड़े हमले की संभावना
इजरायल ने कहा कि वह हिज़्बुल्लाह से जुड़े ठिकानों पर और हमले करेगा और लेबनान के लोगों को उन क्षेत्रों से दूर रहने की चेतावनी दी, जहां संभावित हमले हो सकते हैं। इजरायल के सैन्य प्रवक्ता डैनियल हागारी ने बताया कि भविष्य में और हमले हो सकते हैं।
विश्व नेताओं की अपील: युद्ध से बचने का प्रयास
विश्व शक्तियों ने इजरायल और हिज़्बुल्लाह से अपील की है कि वे पूर्ण युद्ध से पीछे हटें, क्योंकि हाल के दिनों में हिंसा गाजा के दक्षिणी मोर्चे से इजरायल की उत्तरी सीमा की ओर तेजी से बढ़ी है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि उनका प्रशासन व्यापक युद्ध को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास करेगा। वहीं, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने चेतावनी दी कि लेबनान “दूसरा गाजा” बन सकता है।
हिज़्बुल्लाह: नए दौर का आगाज..
हिज़्बुल्लाह के उप प्रमुख नाइम कासिम ने कहा कि संगठन अब “खुली लड़ाई” के नए चरण में प्रवेश कर चुका है और वह सभी सैन्य संभावनाओं के लिए तैयार है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल अपने उत्तरी मोर्चे पर खतरों को पहले से भांप रहा है और सुरक्षा संतुलन को बदलने की दिशा में काम कर रहा है।
लेबनान की स्थिति बिगड़ती, UN और अमेरिका की चिंताएँ
लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने संयुक्त राष्ट्र और विश्व शक्तियों से अपील की कि वे इजरायल को रोकें, जो कि “लेबनानी गांवों और कस्बों को नष्ट करने की योजना बना रहा है”। वहीं, संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना (UNIFIL) ने चेतावनी दी कि “इस खतरनाक स्थिति का और अधिक बढ़ना गंभीर और विनाशकारी परिणाम ला सकता है।”
गाजा में हालात
हमास के 7 अक्टूबर के हमले में इजरायल में 1,205 लोगों की मौत हुई, जिनमें से अधिकांश नागरिक थे। इस हमले के बाद इजरायल ने गाजा पर जवाबी सैन्य अभियान शुरू किया, जिसमें अब तक 41,431 लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें अधिकांश नागरिक हैं। संयुक्त राष्ट्र ने इन आंकड़ों को विश्वसनीय बताया है।
इजराइल लोगों से तुरंत घर छोड़ने को कहा
इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) ने लेबनान में लोगों को तुरंत अपने घरों और अन्य इमारतों को छोड़ने की चेतावनी दी है। ईरान समर्थित हिजबुल्लाह आतंकवादी समूह ने हथियार जमा करके रखा हुआ है। आईडीएफ की ओर से घोषणा इजरायल द्वारा लेबनान में इजरायल के ताबड़तोड़ हमले की कड़ी के तौर पर देखा जा रहा है। इससे साफ होता है कि इजरायल अब हिजबुल्ला के खिलाफ सीधी लड़ाई में उतरने के मूड में है। आईडीएफ के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि हम लेबनान के गांवों के नागरिकों को सलाह देते हैं कि वे अपनी सुरक्षा के लिए तुरंत खतरे से दूर चले जाएं।
मीडिया के अनुसार, अरबी में लिखे संदेश में कहा गया है कि अगर आप ऐसी इमारत में हैं जहां हिज्बुल्ला ने हथियार रखे हैं तब अगली सूचना तक उस गांव को छोड़कर चले जाइए। अभी यह तुरंत स्पष्ट नहीं है कि इजराइल के आदेश से कितने लोग प्रभावित हुए हैं। हालांकि सीमा के दोनों ओर के समुदाय लगभग हर दिन होने वाली गोलीबारी के कारण क्षेत्र को खाली कर चुके हैं। इजराइल ने हिज्बुल्ला पर दक्षिण में पूरे समुदायों को आतंकवादी ठिकानों में बदलने का आरोप लगाया है, जहां छिपे हुए रॉकेट लांचर और अन्य बुनियादी ढांचे हैं।