Duniaमिडिल ईस्टलेबनान

(Day 4) जमीनी जंग की तैयारी में इजरायल, हिजबुल्लाह ने इजरायली सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया

इजराइल अब लेबनान पर हवाई हमलों के बाद जमीनी हमला करने की तैयारी में है। इजराइल के मिलिट्री चीफ हर्जई हालेवी ने कहा है कि इजराइल की सेना जल्द ही हिजबुल्लाह के इलाके में घुसेगी और उनकी सैन्य चौकियों को तबाह करेगी।

गुरुवार को भी इजरायल वायू सेना ने लेबनान के अलग अलग हिस्सों में बमबारी. जिसमें कई लोगों की मौत हुई. हालांकी बीते तीन दिनों के मुकाबले गुरुवार के दिन इजरायली हमलों में कमी देखी गई. गुरुवार दोपहर इज़राइली हवाई हमले में हिज़बुल्लाह के एक वरिष्ठ नेता, मोहम्मद सुरूर, की मौत हो गई। हमला बेरूत के दक्षिणी उपनगर दाहिये में हुआ, जो हिज़बुल्लाह का गढ़ माना जाता इज़राइली सेना के अनुसार, मोहम्मद सुरूर हिज़बुल्लाह की हवाई ताकतों के प्रमुख थे और संगठन के ड्रोन बेड़े, क्रूज़ मिसाइल और हवाई रक्षा तंत्र के संचालन के लिए जिम्मेदार थे। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इस हमले में सुरूर समेत दो लोगों की मौत हुई है। 

हिजबुल्लाह के हमले जारी..

हिजबुल्लाह की इस्लामिक रेजिस्टेंस ने गुरुवार, 26 सितंबर 2024 को उत्तरी इज़राइल पर अपने हमले जारी रखे, जिसमें उन्होंने दर्जनों मिसाइलें दागीं। हिजबुल्लाह की मिलिट्री मीडिया ने इन हमलों की विस्तृत जानकारी दी और उनके परिणामों का विवरण प्रस्तुत किया। हिजबुल्लाह के लड़ाकों ने गुरुवार को लेबनान और उसके लोगों की रक्षा में कई महत्वपूर्ण इज़राइली ठिकानों को निशाना बनाया। इनमें क़िरयात मोट्सकिन, क़िरयात शमोना, और अहिहुद जैसे इज़राइली बस्तियों पर मिसाइल हमले शामिल हैं। हिजबुल्लाह ने दावा किया कि उन्होंने इन इलाकों पर दर्जनों “फलक-2” मिसाइलें दागीं, जिससे इन क्षेत्रों में भारी नुकसान हुआ। इसके अलावा, हिजबुल्लाह ने हाइफ़ा के ज़वुलुन इलाके में राफेल कंपनी के सैन्य औद्योगिक परिसर पर भी मिसाइल हमले किए, जो इज़राइल के उत्तरी क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण सैन्य केंद्र है।

विज्ञापन

इज़राइली सैन्य ठिकानों पर हमले

इस्लामिक रेजिस्टेंस ने दादो बेस के उत्तरी क्षेत्र के कमांड हेडक्वार्टर पर और गलील डिवीजन के रिज़र्व मुख्यालय पर भी रॉकेट हमले किए। हिजबुल्लाह के ड्रोन दस्ते ने शिमशोन बेस पर एक हवाई हमला किया, जो एक लीडरशिप प्रशिक्षण केंद्र और क्षेत्रीय उपकरण इकाई है, जहां उन्होंने अधिकारियों और सैनिकों को सटीकता से निशाना बनाया।

इराक से आ रहे ड्रोन

हिजबुल्लाह के हमलों के साथ-साथ इराक की इस्लामिक रेजिस्टेंस ने भी इज़राइली ठिकानों पर हमले जारी रखे। इराकी रेजिस्टेंस ने बुधवार, 25 सितंबर 2024 को दक्षिणी इज़राइल के महत्वपूर्ण क्षेत्र “ईलात” पर ड्रोन हमले किए, जिसमें इज़राइली ठिकानों को निशाना बनाया गया। इराक की इस्लामिक रेजिस्टेंस ने एक बयान में कहा कि यह हमले इज़राइल द्वारा बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों पर किए गए हमलों के प्रतिशोध में किए गए हैं। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि ये हमले जारी रहेंगे और उनकी तीव्रता बढ़ाई जाएगी।

अंतरराष्ट्रीय सीजफायर की मांग

हिजबुल्लाह और इराक की इस्लामिक रेजिस्टेंस के लगातार हमलों से इज़राइल के उत्तरी क्षेत्र में तनाव बढ़ रहा है। इज़राइल-लेबनान और फिलिस्तीन के बीच चल रही यह जंग मिडिल ईस्ट में व्यापक युद्ध की ओर बढ़ती दिख रही है, जिसमें कई अन्य देश भी इस संघर्ष में शामिल होते जा रहे हैं।

विज्ञापन

अमेरिका और फ्रांस सहित कई देशों ने इजराइल और लेबनान के बीच 21 दिन के सीजफायर की मांग की है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि सीजफायर का वक्त आ गया है और यह लोगों की सुरक्षा के लिए जरूरी है। बाइडेन की कूटनीतिक कोशिशों के बावजूद इजराइल, लेबनान और हिजबुल्लाह की ओर से अब तक कोई जवाब नहीं आया है। इस बीच, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, सऊदी अरब, यूएई और यूरोपीय देशों ने भी युद्ध विराम का समर्थन किया है।

2006 के बाद सबसे बड़ी लड़ाई

लेबनान और इजराइल के बीच 2006 के बाद से यह सबसे भयानक जंग मानी जा रही है। पिछले हफ्ते से इजराइल लगातार मिसाइल हमले कर रहा है, जिसमें 700 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं और 5 लाख से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं। इजराइली डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने 23 सितंबर को हिजबुल्लाह के 1600 ठिकानों को निशाना बनाते हुए एयर स्ट्राइक की थी।

Back to top button

You cannot copy content of this page