Israel Hamas War: इजरायल से जंग में खंडहर में तब्दील हुआ गाजा, 41,000 जानें गईं
Israel Hamas War: इजरायल पर हमास के हमले को एक साल हो चुका है, और इस दौरान प्रधानमंत्री नेतन्याहू की युद्ध नीति ने गाजा पट्टी को पूरी तरह तबाह कर दिया है। अब इमारतों की जगह मलबे के ढेर हैं, जिससे शवों की बदबू और सीवेज का दूषित पानी बीमारी फैला रहा है। शहर की सड़कों पर गंदगी का साम्राज्य हो गया है।
इजरायल और हमास के बीच होने वाले संघर्षों में यह सबसे भयानक रहा है। अब तक 41,000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें से अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं। संघर्ष खत्म होने की कोई उम्मीद नहीं है, और गाजावासियों के लिए हर दिन एक नई चुनौती बन गया है। युद्ध के बाद उन्हें वर्षों तक अस्थायी आवास में रहना पड़ सकता है।
Israel Hamas War: दशकों का वक्त लगेगा पुनर्निर्माण में
विशेषज्ञों का मानना है कि गाजा के पुनर्निर्माण में दशकों लगेंगे। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, युद्ध के दौरान लगभग एक चौथाई आवासीय इमारतें और अन्य संरचनाएं नष्ट हो गईं। 66 प्रतिशत से अधिक इमारतें कुछ न कुछ नुकसान झेल चुकी हैं। अनुमान है कि 40 मिलियन टन मलबा गाजा में जमा हो चुका है, जो 25 फीट गहरे तालाब को भरने के लिए काफी है। इन मलबों को हटाने में 15 साल और 650 मिलियन डॉलर का खर्च आ सकता है।
90 प्रतिशत आबादी विस्थापित
गाजा में जल और सीवेज प्रणाली का 70 प्रतिशत ध्वस्त हो चुका है, और स्वास्थ्य सुविधाएं भी बुरी तरह प्रभावित हैं। 2.3 मिलियन की जनसंख्या में से 90 प्रतिशत लोग युद्ध में विस्थापित हो गए हैं। हजारों लोग बिना बिजली, खाने-पीने की व्यवस्था और शौचालय के साथ तंबुओं में रहने को मजबूर हैं। सितंबर में अनुमान लगाया गया था कि 900,000 लोगों को अभी भी तंबुओं की आवश्यकता है।
बेरोजगारी का स्तर 80 प्रतिशत
संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, गाजा में बेरोजगारी का स्तर 80 प्रतिशत तक पहुंच गया है, और अधिकांश जनसंख्या गरीबी में जी रही है। इजरायल के प्रशासन ने गाजा के पुनर्निर्माण पर आपत्ति जताई है। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा है कि इजरायल गाजा पर सुरक्षा नियंत्रण बनाए रखेगा, जबकि स्थानीय प्रशासन फिलिस्तीनियों को सौंपा जाएगा। सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों ने गाजा के पुनर्निर्माण में सहायता का आश्वासन दिया है।