Palestine Updates: गाजा पर इजरायल के बमबारी से 25 की मौत, सीजफायर की उम्मीदें टूटी!

इजरायल की सेनाएं गाजा पट्टी पर लगातार कत्लेआम कर रही हैं, जिससे सिर्फ बीते 18 घंटे में कम से कम 25 फिलीस्तीनियों की मौत हो गई है और दर्जनों अन्य घायल हुए हैं। इन हमलों के बीच इजरायल और हमास के बीच जारी सीजफायर (युद्धविराम) वार्ता में और मुश्किलें आ रही हैं।
बुधवार को इजरायल ने गाजा सिटी के शेह रदवान क्षेत्र में एक स्कूल पर हमला किया, जहां विस्थापित परिवार शरण ले रहे थे। मेडिकल टीमों ने बताया कि इस हमले में तीन फिलीस्तीनियों की मौत हुई, जिनमें एक बच्चा भी था, और कई लोग घायल हो गए। यह हमला एक और हमले के बाद हुआ, जिसमें गाजा सिटी में एक घर को निशाना बनाया गया, जिसमें एक गर्भवती महिला की मौत हो गई।
पत्रकार हिंद खौदरी, जो गाजा के दैर अल-बाला से रिपोर्ट कर रही हैं, ने बताया कि डॉक्टरों ने बच्चे की जान तो बचा ली, लेकिन मां को बचा नहीं सके। खौदरी ने गाजा की स्थिति को बहुत गंभीर बताया।
इसके अलावा, एक मशहूर फिलीस्तीनी लेखिका, वला जुमआ अल-इफरांजी, और उनके पति अहमद सईद सलामा की मौत भी इजरायल के एक हमले में हुई। इस हमले में गाजा के नूसैरात शरणार्थी शिविर के पास उनका घर निशाना बना था। एक और इजरायली हमले में बुजैर शरणार्थी शिविर में दो लोग मारे गए।
इजरायली सेनाओं ने दक्षिण गाजा के अल-मावासी क्षेत्र में भी हमले किए, जहां बहुत से विस्थापित लोग शरण लिए हुए हैं। यहां एक हमले में कई फिलीस्तीनियों की मौत और घायल होने की खबर है।
इजरायली सेना लगातार शरणस्थल, स्कूलों और शिविरों को निशाना बना रही है, जिससे अधिकतर महिलाएं और बच्चे मारे जा रहे हैं। अक्टूबर से अब तक इजरायली हमलों में 45,000 से अधिक फिलीस्तीनियों की मौत हो चुकी है।
गाजा के अस्पतालों और चिकित्सा सुविधाओं पर भी हमले हो रहे हैं। गाजा के उत्तर में कमाल अदवान अस्पताल पर इजरायली हमले बढ़ गए हैं, जिससे वह अस्पताल अब काम नहीं कर पा रहा है। इसके अलावा, इजरायल ने बीत लाहिया, बीत हनून और जबालिया क्षेत्रों के अन्य अस्पतालों को भी घेर लिया है, जिससे वहां की स्वास्थ्य सेवाएं और भी संकट में हैं।
फिलीस्तीनियों का आरोप है कि इजरायल गाजा के उत्तरी हिस्से को खाली करवा कर एक बफर जोन (सुरक्षित क्षेत्र) बनाना चाहता है।
क्रिसमस के मौके पर पोप फ्रांसिस ने गाजा की स्थिति को “बहुत गंभीर” बताते हुए युद्धविराम की अपील की और कहा कि कब्जे में रखे गए इजरायली लोगों को छुड़ाया जाए और वहां के लोगों को मदद दी जाए जो भूख और युद्ध के कारण पीड़ित हैं।
सीजफायर की वार्ता में इजरायल और हमास दोनों एक-दूसरे को दोषी ठहरा रहे हैं। हमास का कहना है कि इजरायल ने नई शर्तें रखी हैं, जबकि इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का कहना है कि हमास पहले ही तय समझौतों से मुकर गया है। कतर और मिस्र की मध्यस्थता में वार्ताएं चल रही हैं, लेकिन दोनों पक्षों में संतुलन बनाने में परेशानी आ रही है।