डेढ़ साल बाद अपने घर लौट रहे फलस्तीनी: ‘सोमवार सुबह’ नेटिज्म कारीडोर से इजरायली सेना हटी, हजारों की तादाद फलस्तीनी नार्थ गाजा रवाना

इजरायल ने सीजफायर डील की शर्तों का खुला उल्लंघन करने की कोशिश की, और नार्थ गाजा में फलस्तीनियों घर वापसी को रोका. लेकिन आखिरकार कतर की पहल पर और हमास की समझदारी के के बाद डील दोबारा पटरी पर आ गई. सोमवार सुबह से हजारों की संख्या में फलस्तीनी डेढ साल के बाद अपने नार्थ गाजा के शहरों में लौट रहे हैं.
हमास गाजा सीजफायर के पहले फेज में कैदियों की दो बार अदला बदली हो चुकी है. जहां पहली बार हमास ने 3 इजरायली छोड़े और 90 फलस्तीनी रिहा कराए, वहीं दूसरी बार में 4 इजरायली सैनिक छोड़े और 200 फलस्तीनी रिहा कराए.

डील के मुताबिक 6 सप्ताह के पहले फेज में दूसरे हफ्ते इजरायली फौजों को नेटिजिम कारीडोर से हटना था. जिसके बाद फलस्तिनियों को नार्थ गाजा में अपने घर वापस जाने का रास्ता मिलता. लेकिन शनिवार और रविवार को भी इजरायली फौजे नेटिज्म कारीडोर पर जमीं रहीं. जबकी शनिवार को इजरायली फौजियों को नेटिज्म कारीडोर से हटना था.
इतवार देर रात कतर फिर बीच में आया और डील को बहाल कराया गया और सोमवार सुबह से नेटिजिम कारीडोर से इजरायली सेना हटी और फलस्तीनियों की गाजा पट्टी के उत्तरी हिस्से में घर वापसी शुरु हुई ।
कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजेद अल-अन्सारी कहा कि इस्लामिक रेजिस्टेंस मूवमेंट हमास ने 31 जनवरी 2025, शुक्रवार से पहले तीन इजराइली कैदियों को रिहा करने पर सहमति व्यक्त की है। जिसके बाद नार्थ गाजा के नेटिज्म कारीडोर से इजरायली फौजें पीछे हट गई हैं और फलस्तीनियों का नार्थ गाजा में जाना शुरु हो गया है.
गौरतलब है बीते शनिवार को हुई कैदियों के तबादले में इजरायली ने इजरायली कैदी अर्बेल येहुद रिहा करने की मांग की थी. इजरायल ने कहा था कि अर्बेल एक आम नागरिक हैं, उन्हें पहले रिहा किया जाए. हमास ने उन्हें इजरायली सैनिक मानते हुये रिहा करने से मना कर दिया था. जिसके बाद इजराइली शासन ने दक्षिणी गाजा क्षेत्र से उत्तरी गाजा लौट रहे फिलिस्तीनियों का रास्ता रोका था, और कहा था कि वह फिलिस्तीनियों को उत्तरी गाजा की ओर जाने से रोकेंगे जब तक इजराइली कैदी अर्बेल येहुद को रिहा नहीं किया जाता।
जिसके बाद कतर ने दोनों पक्षों से बात की जहां हमास 31 जनवरी के पहले अर्बेल येहूद समेत तीन और कैदियों को रिहा करने पर राजी हुआ और इजरायल को नेटिज्म कारीडोर से पीछे हटना पड़ा. जिसके बाद सोमवार को हजारों की संख्या में फलस्तीनी नार्थ गाजा लौटना शुरु हो गये.
मिस्र ने 310 ट्रक राफा सीमा के पार भेजे
इसके बाद मिस्र ने गाजा पट्टी के लिए राहत सामग्री से भरे 310 ट्रक राफा सीमा के पार भेजे। यह जानकारी मिस्र की राज्य सूचना सेवा (एसआईएस) ने दी है। एसआईएस की रिपोर्ट में कहा गया है कि काफिले में 20 ट्रक ईंधन से भरे हैं। एक समाचार एजेंसी के अनुसार इन ट्रकों को गाजा भेजने से पहले इजरायल द्वारा जांच की जाएगी। यह जांच अल-औजा (नित्ज़ाना) और केरेम शालोम क्रॉसिंग से होगी। संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचए) के अनुसार, 19 जनवरी को युद्धविराम शुरू हुआ। इसके पहले छह दिनों में 4,200 से अधिक सहायता ट्रक गाजा पहुंचे। इससे पहले मिस्र के एक सुरक्षा अधिकारी और मिस्र रेड क्रिसेंट के एक अन्य अधिकारी ने समाचार एजेंसी को बताया कि मिस्र ने सहायता ट्रकों के साथ फिलिस्तीनी शहरों की ओर जाने वाली सड़कों को ठीक करने के लिए भारी मशीनें भेजी हैं। इसके अलावा गाजा से घायल फिलिस्तीनी लोगों को लाने की व्यवस्था भी की गई है।