नॉर्वे, आयरलैंड और स्पेन खुलकर फिलिस्तीन के साथ आए, बौखलाया इजराइल

फिलिस्तीन की आजादी के लिए जारी संघर्ष को उस समय एक बड़ी जीत हासिल हुई जब यूरोप की तीन महाशक्तियों स्पेन नॉर्वे और आयरलैंड ने ऐलान किया कि वह फलस्तीन को एक देश के रूप में मान्यता देंगे।इसके बाद जहां पूरी दुनिया में फिलिस्तीन समर्थको के दिल को राहत मिली। वही आजाद फलस्तीन का सपना एक मंजिल और आगे बढ़ा है। जानकार मान रहें है ये जहां फलस्तीन की आजादी के जारी संघर्ष की बड़ी जीत है। वही आजाद फलस्तीन के कायम की तरफ उठा बड़ा कदम हैं।
यूरोप के तीन देश फलस्तीन के साथ

स्पेन, नॉर्वे और आयरलैंड ने आधिकारिक तौर पर ऐलान किया है कि वे 28 मई 2024 से फिलिस्तीन को एक राज्य के रूप में मान्यता दी।
इस कदम से बौखलाए इसराइल ने इजराइल ने इन देशों से अपने राजदूतों को वापस बुला लिया है।
यूरोप ने माना फिलिस्तीन को एक आजाद देश का अधिकार
विश्व समाचार एजेंसी के अनुसार, नॉर्वे के प्रधान मंत्री जोनास गहर्स्टर ने कहा कि ‘यदि फिलिस्तीन को एक राज्य के रूप में मान्यता नहीं दी जाती है, तो मध्य पूर्व में शांति की कल्पना नहीं की जा सकती है।’
गहर स्टोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता व्यक्त की और कहा कि फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र राज्य का मौलिक अधिकार है।
फ़िलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने का नॉर्वे का निर्णय 1993 में हुए ओस्लो समझौते के 30 साल बाद आया है।
वहीं, आयरलैंड के प्रधानमंत्री साइमन हैरिस ने कहा कि उन्होंने स्पेन और नॉर्वे के साथ मिलकर फिलिस्तीन को एक राज्य के रूप में मान्यता देने का फैसला किया है। आज आयरलैंड और फ़िलिस्तीन के लिए एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण दिन है।
स्पेन के प्रधान मंत्री पेड्रो सांचेज़ ने भी घोषणा की कि मंत्रिपरिषद मंगलवार, 28 मई को एक स्वतंत्र फ़िलिस्तीनी राज्य की मान्यता को मंजूरी देगी।
प्रधान मंत्री पेड्रो सांचेज़ ने कहा कि इजरायल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अपनी दर्दनाक और विनाशकारी नीति से फिलिस्तीनी मुद्दे के दो-राज्य समाधान को खतरे में डाल रहे हैं।
बाैखलाया इजरायल ..
इजरायल के विदेश मंत्री काट्ज़ ने फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने के इजरायल के कदम पर आयरलैंड और नॉर्वे से अपने राजदूतों को वापस बुलाने का आदेश देते हुए चेतावनी दी। इसराइल इस पर चुप नहीं बैठेगा.
हमास ने किया स्वागत…
फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध आंदोलन हमास ने फ़िलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने के यूरोपीय देशों आयरलैंड, स्पेन और नॉर्वे के फैसले का स्वागत किया है। हमास ने कहा, “हम नॉर्वे, आयरलैंड और स्पेन द्वारा फिलिस्तीनी राज्य की मान्यता की घोषणा का स्वागत करते हैं।” हमास के मुताबिक आयरलैंड, स्पेन और नॉर्वे का फैसला स्वतंत्र फ़िलिस्तीनी राज्य की स्थापना के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। हमास ने कहा कि दुनिया भर के देशों को हमारे वैध राष्ट्रीय अधिकारों और स्वतंत्रता को मान्यता देनी चाहिए। हमास ने आगे कहा कि दुनिया भर के देशों को हमारी जमीन पर ज़ायोनी कब्जे को खत्म करने के संघर्ष का समर्थन करना चाहिए।
आजाद फलस्तीन की तरफ बढ़ते कदम…
याद करें कि कई यूरोपीय संघ देशों ने पिछले सप्ताह संकेत दिया था कि वे फिलिस्तीन को एक राज्य के रूप में मान्यता देने का इरादा रखते हैं क्योंकि मध्य पूर्व में स्थायी शांति के लिए दो-राज्य समाधान आवश्यक है।
यूरोपीय देशों के इस कदम के पीछे मुख्य प्रस्तावक स्पेन के प्रधान मंत्री पेड्रो सांचेज़ ने मार्च में कहा था कि आयरलैंड, स्लोवेनिया और माल्टा के साथ, स्थायी शांति के लिए दो-राज्य समाधान को आवश्यक मानते हुए फिलिस्तीनी मान्यता की दिशा में पहला कदम उठाने पर सहमत हुआ है।
ये प्रयास ऐसे समय में आए हैं जब गाजा में हमास को हराने के लिए इजरायल के हमले में निर्दोष नागरिकों की मौत की संख्या बढ़ रही है।