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गाजा में नरसंहार! बच्चो, डॉक्टरों, पत्रकारों का चुन चुन कर हो रहा क़त्ल, दुनिया देख रही तमाशा…

गाजा। गाजा पट्टी में इस्राइली हमले लगातार जारी हैं। इतवार को भी इस्राइल ने गाजा पर भीषण बमबारी की, जिसमें महिलाओं और बच्चों समेत कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई। रविवार को स्थानीय अधिकारियों ने इस्राइली हमलों की पुष्टि की और कहा कि ये हमले अब नागरिक आबादी के लिए और भी घातक होते जा रहे हैं।

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस्राइली हमलों में अब तक कम से कम 50,695 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, जबकि 115,338 से अधिक लोग घायल हुए हैं

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राफा हमले ने खड़े किए गंभीर सवाल

वही वही दूसरी तरफ बीते दिनों के राफा क्षेत्र में एक भयावह हमला हुआ, जो अब अंतरराष्ट्रीय बहस का विषय बन चुका है। इस हमले में 15 मेडिकल और आपातकालीन कर्मियों की जान चली गई, जिसके बाद उनके शवों को रेत में दफना दिया गया। इस्राइली डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने पहले दावा किया कि यह हमला हमास के खिलाफ जवाबी कार्रवाई थी, लेकिन बाद में गलती स्वीकार कर ली। इस घटना के वीडियो सामने आने के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस हमले को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और निष्पक्ष जांच की मांग की है।

संयुक्त राष्ट्र और अन्य संगठनों की प्रतिक्रिया फिलिस्तीनी रेड क्रिसेंट, संयुक्त राष्ट्र और अन्य मानवाधिकार संगठनों ने इस हमले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की मांग की है। इस्राइली सेना ने जांच का आश्वासन दिया है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस मामले में पारदर्शिता और निष्पक्षता की आवश्यकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह हमला उस गंभीर वास्तविकता को उजागर करता है, जो गाजा पट्टी में वर्षों से चल रही है।

गाजा में बढ़ता मानवीय संकट

इस्राइली सेना ने पिछले महीने हमास के साथ युद्धविराम को तोड़ते हुए गाजा पर हवाई और जमीनी हमले तेज कर दिए। इस्राइल का कहना है कि वह हमास पर दबाव बनाने के लिए हमले कर रहा है ताकि संगठन युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के लिए नए समझौते को स्वीकार करे। इसके अलावा, इस्राइल ने गाजा में भोजन, ईंधन और मानवीय सहायता को भी रोक दिया है, जिससे वहां के लोगों के लिए हालात और भी दयनीय हो गए हैं।

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अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और संभावित समाधान

इस हमले के बाद, अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस्राइल से संयम बरतने और युद्धविराम की बहाली के लिए कदम उठाने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव और कई यूरोपीय देशों ने भी इस्राइली कार्रवाई की निंदा करते हुए तत्काल मानवीय सहायता पहुंचाने की मांग की है।

फिलहाल, इस्राइल और हमास के बीच संघर्ष लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे गाजा पट्टी में नागरिकों की हालत और भी गंभीर होती जा रही है। अब देखना यह है कि क्या अंतरराष्ट्रीय दबाव इस्राइल को युद्धविराम के लिए मजबूर कर पाएगा या फिर यह संघर्ष और भयावह मोड़ लेगा।

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